अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले समाजवादी पार्टी ग्रामीण क्षेत्रों में अपने कदम मजबूती से जमाना चाहती है। इसी की तैयारी करते हुए पार्टी ने सात फरवरी को होने वाले ब्‍लॉक मुखिया के चुनावों के लिए 819 उम्‍मीदवार उतारने का फैसला लिया है। सपा ने जिला पंचायत चेयरपर्सन के चुनावों में 74 में से 60 पदों पर जीत दर्ज की थी। ब्‍लॉक अध्‍यक्ष का चुनाव ग्रामीण क्षेत्र में पकड़ दर्शाता है। इन चुनावों में जीते प्रत्‍याशी आगे होने वाले विधान परिषद के चुनावों में अहमियत रखते हैं क्‍योंकि उन्‍हें वोट डालने का अधिकार रहता है।

सपा के राज्‍य सचिव एसआएस यादव ने इंडियन एक्‍सप्रेस को बताया कि, ‘हमने ज्‍यादा से ज्‍यादा ब्‍लॉक प्रमुख पद जीतने का लक्ष्‍य रखा है। हमने जिला यूनिटस से नाम मांगे हैं। मंगलवार को इन नामों पर चर्चा होगी और आधिकारिक नाम जिला यूनिट को भेजा जाएगा। हम इन चुनावों में हमारे आधिकारिक‍ उम्‍मीदवार उतारेंगे।’ वहीं विपक्षी पार्टियों ने सुरक्षित कदम उठाने का फैसला लिया है। भाजपा प्रवक्‍ता विजय बहादुर पाठक ने बताया कि, ‘हमने इस संबंध में जिला यूनिट को फैसला लेने को कहा है। हम पार्टी कार्यालय ये किसी उम्‍मीदवार के नाम का ऐलान नहीं करेंगे।’

कांग्रेस मीडिया सेल इंचार्ज सत्‍यदेव त्रिपाठी ने दावा किया कि सभी जिला कमिटियों को मजबूत उम्‍मीदवार उतारने के लिए कह दिया गया है। वहीं बसपा अपने आधिकारिक उम्‍मीदवार नहीं उतारेगी।