यूपी विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल ने मंगलवार को औपचारिक रूप से गठबंधन का ऐलान कर दिया है। राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन की घोषणा करते हुए कहा कि अगर वे सत्ता में आते हैं, तो पहला काम किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के लिए एक “शहीद” स्मारक बनाएंगे।

गठबंधन के बारे में बात करते हुए चौधरी ने कहा- “अखिलेश जी और मैं साथ हैं, और मैं इस संबंध में एक घोषणा कर रहा हूं। हमारी सरकार पहला काम उन शहीद किसानों के लिए चौधरी चरण सिंह की भूमि पर एक स्मारक का निर्माण करेगी, जो किसान आंदोलन के दौरान मारे गए हैं। रालोद नेता ने सीएम योगी पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारे बाबाजी की बात औरंगजेब से शुरू होती है और कैराना पलायन के साथ समाप्त हो जाती है।

जयंत चौधरी ने आगे कहा- बाबाजी बहुत तेजी से क्रोधित हो जाते हैं। आपने उन्हें कभी मुस्कुराते हुए नहीं देखा है। वह तभी मुस्कुराते हैं जब वह बछड़े के साथ होते हैं। मैं आप लोगों से उन्हें मुक्त करने के लिए कहता हूं, ताकि वह 24 घंटे बछड़ों के साथ खेल सकें। वह सरकारी फाइलों को संभाल नहीं सकते।”

मेरठ में आयोजित इस रैली को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बदलाव की शुरुआत आज से हो गई है। अखिलेश यादव ने कहा- ‘‘उत्साह बता रहा है कि 2022 में बदलाव होगा। इस बार पश्चिम में भाजपा का सूरज नहीं उगेगा। यहां के किसानों और युवाओं ने मिलकर भाजपा को भगाने का फैसला लिया कर लिया है।’’

सपा प्रमुख ने आगे कहा कि वो चाहते हैं कि किसानों को उनका हक मिले और एमएसपी पर ठोस फैसला हो। लेकिन भाजपा किसानों के हक में फैसला नहीं करना चाहती है।

बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था, लेकिन परिणाम सही नहीं रहा और उन्हें सत्ता से बेदखल होना पड़ा था। शायद इसीलिए इस बार अखिलेश बड़े दलों को छोड़ छोटे-छोटे दलों के साथ गठबंधन कर रहे हैं। इसमें सुभसपा, महान दल और अब रालोद समेत कई पार्टियों के नाम शामिल हैं।