समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि संविधान की किताब पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) के लिए किस्मत की किताब है। फतेहपुर सीकरी दरगाह में शनिवार को दर्शन के लिए पहुंचे यादव के साथ उनकी पत्नी डिंपल यादव और सांसद जया बच्चन भी मौजूद थीं।

इस मौके पर उन्होंने कहा, ‘‘किस्मत की किताब हमारे बीच न होती तो क्या-क्या सामना करना पड़ता।’’

यादव ने कहा, “कई बार वर्चस्ववादी लोग पीडीए का अपमान करते हैं। यहां तक कि उच्चतम न्यायालय में जूता भी फेंक दिया जाता है। मान लीजिए अगर संविधान नहीं होगा तो आरक्षण नहीं होगा। संविधान कमजोर होगा तो लोकतंत्र कमजोर होगा।”

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अखिलेश यादव ने दरगाह में दर्शन के बाद कहा, “यहां से कामना है कि हिन्दुस्तानियत, मिली जुली संस्कृति और एक दूसरे के प्रति लगाव बना रहे।”

एसआईआर को लेकर बोला हमला

यादव ने एसआईआर को लेकर भाजपा और चुनाव आयोग पर आरोप लगाया कि वे एसआईआर के बहाने वोट काटना चाहते हैं। संविधान से बनी संस्था वोट बनवाने से ज्यादा वोट कटवाने की चिंता कर रही है।

अखिलेश यादव ने डॉ. भीमराव आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने X पर लिखा, ‘‘डॉ. भीमराव आंबेडकर जी के महापरिनिर्वाण दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि; उनका संघर्ष एवं चिंतन भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों की नींव है।’’

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