समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के ऊपर जमकर निशाना साधा है। टीओआई के मुताबिक अखिलेश ने सवाल किया है कि क्या सीएम योगी ने नवरात्र के दौरान सही में व्रत रखा था या नहीं? सपा प्रमुख ने कहा है कि राज्यसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार की जीत के बाद योगी आदित्यनाथ पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बूंदी के लड्डू खा रहे थे।
दरअसल, राज्यसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद अखिलेश यादव ने वरिष्ठ नेताओं और पार्टी के कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई थी, जहां उन्होंने सीएम योगी के ऊपर नवरात्र के व्रत को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था, ‘राज्यसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा होने के बाद मैंने उन्हें विधानसभा के तिलक हॉल में पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बूंदी के लड्डू खाते देखा था।’ इसके अलावा सपा प्रमुख ने यह भी जानकारी दी कि उन्होंने और उनकी पत्नी डिंपल यादव ने बहुत ही ईमानदारी के साथ नवरात्र का व्रत रखा था।
आपको बता दें कि सपा के एक एमएलसी ने भी यूपी सीएम को ढोंगी बाबा कहा है। सुनील सिंह यादव ने ट्विटर पर लड्डू खाते योगी की फोटो पोस्ट करते हुए लिखा, ‘नवरात्र के 9 दिन के व्रत को लेकर सुर्खियां बटोरने वाले योगी जी धर्म-कर्म यथास्तिथि देख बदल लेते हैं, तभी तो नवरात्रि के व्रत के बीच कल खूब लड्डू गटकते रहे महाराज! सियासत धर्म की करते हैं और सियासत में बने रहने के लिये रास्ता अधर्म का अपनाते हैं! जनता समझ गई है कि ये #बाबाढोंगी है!!’
नवरात्रि के 9 दिन के व्रत पे सुर्खियाँ बटोरने वाले #योगी जी धर्म-कर्म यथा स्तिथि देख बदल लेते हैं तभी तो नवरात्रि के व्रत के बीच कल खूब लड्डू गटकते रहे महाराज! सियासत धर्म की करते हैं और सियासत में बने रहने के लिये रास्ता अधर्म का अपनाते हैं! जनता समझ गई है कि ये #बाबाढोंगी है!! pic.twitter.com/X0UlDfSEVs
— Sunil Singh Yadav (@sunilyadv_unnao) March 24, 2018
आपको बता दें कि शुक्रवार की शाम राज्यसभा चुनाव के नतीजों के ऐलान के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल एक-दूसरे को बूंदी के लड्डू खिलाते दिखाई दिए थे। शुक्रवार को राज्यसभा की 58 सीटों पर चुनाव हुआ था, इनमें से 10 सीटें उत्तर प्रदेश से थीं। इन 10 सीटों में से 9 पर बीजेपी ने कब्जा किया तो वहीं एक पर सपा उम्मीदवार जया बच्चन की जीत हुई। 10वीं सीट पर मामला काफी देर तक अटका रहा। इस सीट के लिए एक-एक विधायक का वोट महत्वपूर्ण हो गया था। दोनों तरफ से क्रॉस वोटिंग का खेल भी हुआ मगर बाजी बीजेपी के अनिल अग्रवाल ने मारी। दूसरी वरीयता के वोटों से उनकी जीत हुई।