पंजाब के संगरूर जिले के हथोआ गांव में बेअदबी की एक घटना सामने आई है। यहां एक स्थानीय गुरूद्वारे में पवित्र गुरू ग्रंथ साहिब का एक “बीड़” जला हुआ पाया गया। घटना के बाद इलाके में भारी तनाव है। राज्य सरकार ने यहा भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिए हैं। यह कथित घटना शनिवार की रात को हुई।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने राज्य के पुलिस महानिदेशक को इस घटना के जिम्मेदार लोगों की तत्काल पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए कहा है।
सीएम अमरिंदर सिंह ने बेअदबी की घटना के लिए विभाजनकारी ताकतों को जिम्मेदार ठहराया और दावा किया कि इस तरह के प्रयास 2017 के विधानसभा चुनावों से पहले सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ने के लिए किये गये थे।
Same forces that tried to polarise Punjab ahead of Assembly polls under #Badals @Akali_Dal_ are trying to spread hatred again. Last night’s desecration in Sangrur is the handiwork of the same elements & they will face the consequences. Karma will catch up with them.
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) May 12, 2019
पुलिस के अनुसार हथुआ गांव के गुरुद्वारा में ‘बीड़’ के साथ ‘पालकी साहिब’ और ‘रूमाला साहिब’ भी जिले हुए मिले हैं। मुख्यमंत्री ने बेअदबी के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। उन्होंने चेताया कि पंजाब में लोकसभा चुनावों से पहले कुछ दिन पहले हुई इस घटना को स्पष्ट रूप से सिख वोट बैंक पर नजर रखते हुए अंजाम दिया गया है।
2017 में विफल हुई थी रणनीतिः सीएम ने कहा यह रणनीति 2017 में भी विफल हुई थी और एक बार फिर विफल होगी। सिंह ने कहा कि पिछले दो वर्षों में उनकी सरकार ने इस तरह के मामलों पर काबू पाया था और शनिवार की रात को हुई यह घटना विभाजनकारी ताकतों का एक घिनौना प्रयास है।
एसआईटी का किया था गठनः मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले आने वाले दिनों मे इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए राज्य में सभी धार्मिक स्थानों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। सत्ता में आने के बाद पंजाब में कांग्रेस सरकार ने बेअदबी और पुलिस गोलीबारी की घटनाओं की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया था।
(भाषा से इनपुट के साथ)