राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट मंगलवार को दिल्ली के केंटोनमेंट पहुंचे और सेना के जवानों के साथ बातचीत की। इस दौरान जवानों ने भी उनके साथ खूब सेल्फी ली। दरअसल, सचिन पायलट राजनेता होने के साथ ही 124 सिख रेजीमेंट टेरिटोरियल आर्मी में कैप्टन भी हैं। ऐसे में सचिन पायलट दिल्ली में अपने रेजीमेंट के अधिकारियों औऱ जवानों के साथ केंटोनमेंट में रहे। इस बीच सचिन ने प्रमोशन के लिए परीक्षा दी, जहां उनका दो दिन तीन-तीन घंटे का इम्तिहान हुआ।
सचिन पायलट ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रादेशिक सेना की रेजीमेंट के सहयोगियों के साथ तस्वीरें भी पोस्ट की हैं। नौ साल पहले सचिन पायलट को आर्मी ने कैप्टन का दर्जा दिया था। अब सचिन पायलट पढ़ाई करने के बाद अपना कद बढ़ा रहे हैं। कैप्टन से मेजर बनने के लिए सचिन पायलट को तीन-तीन घंटे की दो लिखित परीक्षाएं देनी पड़ी।
परीक्षा पास कर बन जाएंगे मेजर: सचिन ने 17 अक्टूबर 2022 को तीन घंटे लिखित परीक्षा दी। उसके बाद 18 अक्टूबर को भी तीन घंटे की लिखित परीक्षा दी। यह परीक्षा पास करने के बाद सचिन पायलट भारतीय सेना में कैप्टन की जगह मेजर बन जाएंगे। एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान सचिन ने बताया कि वह देश सेवा को महत्व देते हैं। कैप्टन मुझे आर्मी ने बनाया लेकिन देश सेवा के लिए मैं आगे बढ़ना चाहता था इसलिए मैंने पढ़ाई की और मेजर की परीक्षा में शामिल होने का फैसला किया।
पास नहीं हुए तो करेंगे दोबारा प्रयास: सचिन पायलट ने बताया कि दो दिन मैंने तीन-तीन घंटे की लिखित परीक्षा दी। मैंने परीक्षा दो घंटे 50 मिनट में ही पूरी कर ली। उन्होंने कहा कि उम्मीद है मैं पास कर जाऊंगा लेकिन फिर भी कुछ गड़बड़ी हुई या मैं पास नहीं कर सका तो दोबारा प्रयास करूंगा। पायलट ने कहा कि सेना के नियमों के तहत मैंने कोशिश की है, पास हुआ तो ठीक नहीं तो फिर कोशिश जारी रहेगी।
2012 में ज्वाइन की थी आर्मी: गौरतलब है कि सचिन पायलट ने सितंबर 2012 में टेरिटोरियल आर्मी ज्वाइन की थी। उस समय सचिन केंद्र में मंत्री भी थे। साल 2021 में ही सचिन पायलट को सिख रेजिमेंट में कैप्टन रैंक पर प्रमोशन दिया गया था। उसके बाद से ही वह नियमित रूप से अपनी रेजिमेंट की बैठकों और ड्रिल में हिस्सा लेते रहे हैं।