Sambhal News: उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार को काफी बवाल हो गया था। मस्जिद का सर्वे करने पहुंची टीम का कुछ लोगों ने जमकर विरोध किया और यह विरोध हिंसात्मक हो गया। इसमें पांच लोगों की जान चली गई और कई घायल हो गए। कई स्टेकहोल्डर्स ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत की है। उन्होंने इशारा देते हुए कहा कि अधिकारियों को पता था कि तनाव बढ़ सकता है, लेकिन वे यह आकलन करने में विफल रहे कि स्थिति इतनी जल्दी काबू से बाहर हो सकती है।

सोमवार को पुलिस ने संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर रहमान बर्क और सपा विधायक नवाब इकबाल मोहम्मद के बेटे सुहेल इकबाल पर प्रदर्शनकारियों को भड़काने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज किया। इसके अलावा, इंटरनेट पर बैन भी मंगलवार तक के लिए बढ़ा दिया गया है। एहतियात बरतते हुए स्कूल-कॉलेजों को 1 दिसंबर तक बंद कर दिया गया है। साथ ही, बाहरी लोगों की एंट्री पर भी बैन लगा दिया गया है।

अब तक कई लोगों पर एफआईआर दर्ज हुई

अब तक 6 नामजद और 2,000 से ज्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ कुल सात एफआईआर दर्ज की गई हैं। रविवार को सुबह करीब 7 बजे कोर्ट द्वारा नियुक्त एडवोकेट कमिश्नर और उनकी टीम के छह सदस्य दूसरे फेज के सर्वे के लिए मस्जिद में गए। उसी वक्त झड़पें भी शुरू हो गईं। पहला सर्वे 19 नवंबर को किया गया था। एक पुजारी ने दावा किया था कि मस्जिद की जगह पर कभी हरिहर मंदिर हुआ करता था। इसको तोड़कर मस्जिद बनाई गई है।

पुलिस निकाल रही फ्लैग मार्च

फ्लैग मार्च निकाले जा रहे हैं और जामा मस्जिद के आसपास के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर बैरिकेडिंग की गई है, लेकिन कई लोगों का कहना है कि यह बहुत देर से उठाया गया कदम है। मस्जिद पक्ष के वकील जफर अली ने सोमवार को दावा किया कि वह पिछले दिन हुई एक बैठक का हिस्सा थे। इसमें डीआईजी, एसपी और डीएम ने चर्चा की और गोली चलाने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने लोगों से अपील की और जबकि 75 फीसदी लोग वापस लौट आए। कई प्रदर्शनकारी वहीं रुके रहे, क्योंकि उन्हें लगा कि मस्जिद में खुदाई चल रही है।

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किसने फैलाई अफवाह

यह पूछे जाने पर कि यह अफवाह किसने फैलाई तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि मस्जिद के चारों तरफ पानी था और कुछ लोगों ने यह नतीजा निकाला कि यह खुदाई की वजह से हुआ है। पुलिस के इस दावे के बारे में पूछे जाने पर कि उन्होंने गोली नहीं चलाई, उन्होंने कहा कि यह झूठ है और उन्होंने कर्मियों को गोली चलाते देखा है। उन्होंने कहा कि मस्जिद पक्ष ने माप लेने का विरोध किया था और आग्रह किया था कि अधिकारी फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी पर भरोसा करें, लेकिन वे नहीं माने।

जब उनसे यह सवाल किया गया कि क्या हिंसा स्थानीय प्रशासन की नाकामयाबी थी, तो संभल के जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेंसिया ने कहा, ‘हमने सुरक्षा व्यवस्था की थी और हमारे खुफिया अधिकारियों ने जितने इनपुट दिए थे, उससे कहीं ज़्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया था। जिन इलाकों में हिंसा की आशंका थी, वहां भारी बैरिकेडिंग की गई थी। मस्जिद से घोषणा किए जाने के बाद कि सर्वेक्षण पूरा हो गया है, भीड़ अचानक बढ़ गई। भीड़ तीन तरफ से आई और पुलिस पर हमला करना शुरू कर दिया। हमने जवाबी कार्रवाई की। जांच के आदेश दे दिए गए हैं और जल्द ही सच्चाई सामने आ जाएगी।’

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डीएम ने क्या कहा

हिंसा में मरने वाले लोगों के परिजनों ने दावा किया है कि वे पुलिस की गोलीबारी में मारे गए, लेकिन डीएम ने कहा, “जिन लोगों की मौत हुई, उन्हें देसी पिस्टल से गोली मारी गई। हमारे पास उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुख्ता वीडियो फुटेज है, जिससे यह साबित होता है कि पुलिस की गोलीबारी में किसी की मौत नहीं हुई। एक बात तो तय है कि भीड़ को उकसाया गया था। हमने गिरफ्तार किए गए कुछ लोगों के पास से चाकू और बंदूकें बरामद की हैं।”

रामगोपाल यादव ने की ये बड़ी मांग

समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद राम गोपाल यादव ने मांग की कि हिंसा को रोकने में नाकामयाब रहने के लिए डीएम और एसपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए। लेकिन अधिकारियों ने जोर देकर कहा कि उन्होंने काफी पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की थी। नाम न बताने की शर्त पर एक अधिकारी ने कहा, ‘भीड़ मस्जिद के पास की संकरी गलियों से बड़ी संख्या में निकली और जल्द ही पुलिस वालों से ज़्यादा हो गई। उनके पास नुकीले और भारी पत्थर थे, उनमें से कुछ के पास हथियार भी थे। यह बिना किसी योजना के अचानक नहीं हो सकता था। प्रदर्शनकारियों को उकसाया गया था।’

शुक्रवार को भी इंडियन एक्सप्रेस ने शहर का दौरा किया था। लोगों में उस समय साफ तौर पर गुस्सा दिखाई दिया था। शुक्रवार को नमाज होती है। आम तौर पर 500 की बजाय लगभग 2,000 लोग इकट्ठा हुए थे। उस समय मस्जिद की ओर जाने वाली तीन में से दो गलियों पर बैरिकेड लगा दिए गए थे और सड़क पर पुलिसकर्मी व सुरक्षाकर्मियों की एक टुकड़ी तैनात थी। संभल हिंसा से जुड़े विवाद की पूरी डिटेल यहां पढ़ें…