आरएसएस के बागी एवं क्षेत्रीय भाषा के पैरोकार सुभाष वेलिंगकर ने गोवा विधानसभा चुनाव से पहले आज नया राजनीतिक दल ‘गोवा सुरक्षा मंच’ (जीएसएम) बनाने की घोषणा की। हालांकि उनका नाम रविवार (2 अक्टूबर) को जारी पदाधिकारियों की पहली सूची में नहीं था। गोवा सुरक्षा मंच का नेतृत्व भारतीय भाषा सुरक्षा मंच (बीबीएसएम) के वरिष्ठ नेता करेंगे। बीबीएसएम के प्रमुख वेलिंगकर ने कहा कि नवगठित पार्टी गोवा के (40 निर्वाचन क्षेत्रों में से) 35 निर्वाचन क्षेत्रों में अपनी मौजूदगी रखती है तथा राज्य में अगले साल होने वाले चुनाव में भाजपा को हराने के लिए संकल्पबद्ध है।

बीबीएसएम मातृभाषा को शिक्षा का माध्यम बनाने और अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों को दी जाने वाली सहायता वापस लेने की मांग को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन चला रहा है। रोचक बात यह है कि रविवार जारी की गई पदाधिकारियों की सूची में वेलिंगकर का नाम नहीं है। वेलिंगकर ने कहा, ‘हम गोवा विधानसभा चुनाव में गठबंधन के लिए शिवसेना और गोवा प्रजा पार्टी जैसे दलों से बात कर रहे हैं। एमजीपी से हाथ मिलाने का भी हमारा प्रस्ताव है । यदि एमजीपी जवाब देती है तो हम उनके साथ सीट बंटवारे पर चर्चा कर सकते हैं। लेकिन एमजीपी के साथ या एमजीपी के बिना हम भाजपा को हराने जा रहे हैं।’

उन्होंने कहा कि जीएसएम के गठन के बाद भी बीबीएसएम अस्तित्व में रहेगा। बीबीएसएम की राजनीतिक इकाई के प्रमुख उदय भेम्बरे ने संवाददाताओं से कहा कि पार्टी राज्य में बिजली और पानी जैसे अन्य मुद्दों पर भी ध्यान केंद्रित करेगी। भेम्बरे ने कहा, ‘गोवा को पानी और बिजली के मुद्दे पर खुद खड़ा होना होगा। इन मुद्दों को भी शिक्षा के माध्यम के साथ प्राथमिकता में रखा जाएगा।’ राज्य की सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों से मदद वापस लेने से इनकार किए जाने के बाद बीबीएसएम ने चुनाव मैदान में उतरने का फैसला किया है। आरएसएस ने हाल में अपने गोवा विभाग संघ चालक वेलंगिकर को ‘मुक्त’ कर दिया था। बाद में उन्होंने आरएसएस गोवा प्रांत नाम से एक समानांतर संगठन बना लिया था। बीबीएसएम राज्य में क्षेत्रीय भाषाओं को प्राथमिक शिक्षा का माध्यम बनाए जाने की मांग कर रहा है।