राजस्थान (Rajasthan) में पेपर लीक (Paper Leak) की घटना सामने आई है। राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने सेकेंड ग्रेड टीचर्स की भर्ती के लिए शनिवार को एग्जाम रखा था, लेकिन एग्जाम को निरस्त कर दिया गया। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि पेपर पहले ही लीक हो चुका था। दरअसल एग्जाम का पेपर सड़कों और बसों में पाया गया, जिसके बाद राजस्थान लोक सेवा आयोग ने परीक्षा को निरस्त कर दिया। इस मामले में पुलिस ने अब तक 40 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

अशोक गहलोत ने कार्रवाई का दिया भरोसा

पेपर लीक होने पर ट्वीट कर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, “आज 24 दिसंबर को 9 से 11 बजे शिक्षक भर्ती की सामान्य ज्ञान की परीक्षा को ऐतिहातन निरस्त किया गया है, जिससे किसी भी मेहनतकश युवा के साथ अन्याय ना हो। बाकी परीक्षाएं यथावत जारी रहेंगी। सरकार किसी भी युवा के साथ अन्याय नहीं होने देगी एवं दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। भर्ती परीक्षाओं में पार्दर्शिता के लिए हमारी सरकार ने सख्त कानून बनाया है।”

अशोक गहलोत ने कहा कि दुर्भाग्य से देशभर में पेपर लीक करने वाले गैंग पनप गए हैं, जिससे कई राज्यों में यहां तक कि ज्यूडिशियरी एवं मिलिट्री तक में पेपर लीक जैसी घटनाएं होती हैं। लेकिन राजस्थान में सख्त कार्रवाई कर बेईमानों को जेल में बंद किया गया है। गहलोत ने लिखा, “मैं परीक्षार्थियों को होने वाली परेशानी महसूस कर सकता हूं,परन्तु अनुचित तरीके से परीक्षा पास करने के मंसूबे पाल कर आए लोगों का चयन नहीं होने दिया जाएगा। राजस्थान में सिर्फ मेहनती युवाओं को ही उनका हक मिलेगा। मेरी अपील है कि किसी के बहकावे में आने की बजाय आप अपनी तैयारी करें।”

दौसा के आनंद शर्मा गर्ल्स स्कूल के अधीक्षक कमलेश कुमार ने कहा, “हमें अपने केंद्र कोड के साथ जीके प्रश्न पत्र (शिक्षक परीक्षा का) का बॉक्स प्राप्त हुआ। जैसे ही बॉक्स खोला गया, परीक्षा के पेपर में हमारा केंद्र कोड नहीं था। हमने जिला प्रशासन को सूचित किया और बताया गया कि पेपर रद्द कर दिया गया है।”

सुबह 9 बजे से था पेपर

पेपर लीक की जानकारी पुलिस को पहले ही मिल गई थी और आज सुबह 9 बजे से जनरल नॉलेज का पेपर था। इस दौरान पुलिस ने नाकेबंदी कर वाहनों की चेकिंग शुरू की। जालोर से आ रही एक बस को पुलिस ने चेकिंग के लिए रोका और उसके अंदर कुछ छात्र पेपर सॉल्व कर रहे थे। इस घटना की जानकारी तुरंत राजस्थान लोक सेवा आयोग को दी गई। इसके बाद यह परीक्षा निरस्त कर दी गई।