लालू प्रसाद यादव का इलाज कर रहे डॉक्टर उमेश प्रसाद की आशंका के उलट आरजेडी प्रमुख की मेडिकल रिपोर्ट आई है। इसमें पता चला कि लालू की किडनी पहले की तरह काम कर रही है और उन्हें फिलहाल डायलिसिस की जरुरत नहीं है। हालांकि उनकी दाईं किडनी में स्टोन हैं और प्रोस्टेट की समस्या है, जिसका इलाज किया जा रहा है। स्वास्थ्य के संबंध में बुधवार को यूरोलॉजी विभाग में करीब एक घंटे तक लालू यादव की जांच की गई। इसमें उनके खून में सिरम क्रिटनीन का लेवल 2.5 पता चला। डॉक्टरों के अनुसार जब ये लेवल 6 से ऊपर जाता है तब ही डायलिसिस की जरुरत पड़ती है।

दरअसल चारा घोटाले में सजायाफ्ता और रिस्म में इलाज करा रहे लालू यादव के डॉक्टर, प्रसाद ने कुछ दिन पहले मीडिया में कथित तौर पर बताया कि उनकी किडनी खराब है। आशंका है कि ये महज 25 फीसदी ही काम कर रही है। इसके चलते उन्हें कभी भी डायलिसिस देना पड़ सकता है। इस पर डॉक्टरों का कहना है कि आरजेडी नेता की किडनी कमजोर जरूर है मगर उनकी हालात बिगड़ नहीं रही है।

डॉक्टर उमेश प्रसाद के बयान के बाद उन्हें मीडिया में अनधिकृत बयानबाजी के लिए नोटिस भी जारी किया गया थ। बयान में कहा गया कि लालू की तबियत ठीक है और वह रिम्स में चिकित्सा लाभ ले रहे हैं। मामले में झारखंड के कारा महानिरीक्षक वीरेन्द्र भूषण ने राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) से मिली आरजेडी प्रमुख की नई मेडिकल रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि लालू प्रसाद यादव का स्वास्थ्य स्थिर है और उनके स्वास्थ्य को किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं है।

बाद में डॉक्टर प्रसाद ने अपने बयान पर स्पष्टीकरण दिया। रिम्स के निदेशक डॉक्टर कामेश्वर प्रसाद ने बताया कि स्थानीय मीडिया में लालू प्रसाद यादव के स्वास्थ्य को लेकर उनकी चिकित्सक रहे डॉक्टर उमेश प्रसाद हवाले से खबरे आई थीं, लेकिन जब इस बारे में उनसे पूछा गया तो उन्होंने लिखित तौर पर स्पष्ट किया है कि उन्होंने मीडिया से इस सिलसिले में कोई बातचीत नहीं की है और जो भी जानकारी उनके हवाले से प्रकाशित या प्रसारित की गई है वह गलत है। (एजेंसी इनपुट)