उत्तराखंड के ऋषिकेश में गंगा नदी पर बने लक्ष्मण झूला (Lakshman Jhula) को 90 सालों में पहली बार आम यात्रियों के लिए बंद कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि ब्रिटिश काल में बने इस पुल की खराब हालत को देखते हुए एहतियात के तौर पर प्रशासन ने यह आदेश जारी किया है। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के एक विशेषज्ञ पैनल ने हाल ही में पुल की वहन क्षमता का अध्ययन कर सुझाव दिया था कि इसे बंद कर दिया जाए ताकि संभावित खतरे को देखते हुए इसकी मरम्मत कराई जा सके। ऋषिकेश प्रशासन के मुताबिक, Lakshman Jhula पर आम लोगों के आवागमन को अस्थाई रूप से रोका गया है, जल्द ही इसे वापस शुरू कर दिया जाएगा।
दरअसल, ऋषिकेश में गंगा नदी पर बने लक्ष्मण झूला का निर्माण आजादी से पहले 1929 में हुआ था। नदी के इस पार से उस पार जाने के लिए इस पल का इस्तेमाल दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालु और स्थानीय लोग करते हैं। प्रशासन का कहना है कि इस पुल पर लोगों की भारी संख्या में आवाजाही के कारण ज्यादा बोझ पड़ रहा था। ऐसे में पुल की खराब हालत को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से इसे बंद करने का आदेश दिया है। उत्तराखंड के अतिरिक्त मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने कहा कि इस पुल को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया जाए, अन्यथा कुछ बड़े हादसे हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि पुल की हालत खराब स्थिति में हैं।
गौरतलब है कि ऋषिकेश आने वाले पर्यटकों के लिए लक्ष्मण झूला और राम झूला मुख्य आकर्षण का केंद्र है। इस पुल पर गंगा की सौगंध, सन्यासी और लोकप्रिय जासूसी धारावाहिक सीआईडी जैसी कई सफल हिंदी फिल्में और धारावाहिक शूट किए जा चुके हैं। कहा जाता है कि पुराने समय में इस पुल का इस्तेमाल मुख्य रूप से चार धाम तीर्थयात्रियों द्वारा किया जाता था। 284 फीट लंबा यह पुल हवा में झूलता रहता है। जिसके लिए इसका नाम ‘झूला’ (झूला) रख दिया गया था।