पंजाब की झांकी को इस बार की गणतंत्र दिवस परेड में शामिल नहीं किया गया है। सीएम भगवंत मान से लेकर आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इसे बड़ा मुद्दा बना लिया है और इसे बीजेपी की गंदी राजनीति बताया है। अब बीजेपी ने ही इस पूरे विवाद पर अपनी तरफ से सफाई पेश की है। बीजेपी के पंजाब प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने इस पूरे विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
मीडिया से बात करते हुए सुनील जाखड़ ने कहा कि पंजाब की झांकी को इसलिए रिजेक्ट किया गया क्योंकि उसमें अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान की तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया था। वे अपनी मूर्तियों को झांकी का हिस्सा बनाना चाहते थे और इसी बात को केंद्र सरकार की सेरिमोनियल यूनिट ने खारिज कर दिया था। अपने खुद के विज्ञापन के लिए गणतंत्र दिवस परेड का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
अब जानकारी के लिए बता दें कि कुछ दिन पहले ही पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया था कि एक बार फिर पंजाब की झांकी को गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल नहीं किया गया। उनकी तरफ से जोर देकर कहा गया कि अब गणतंत्र दिवस की परेड का भी भगवाकरण हो चुका है। उनकी तरफ से जानकारी दी गई कि कई महीने पहले ही केंद्र को तीन प्रस्ताव भेजे गए थे। कहा गया था कि पंजाब की झांकी या तो कुर्बानियां और शहादतों का इतिहास बताएगी या फिर दूसरी- माई भागो फर्स्ट लेडी वॉरियर ऑफ इंडिया की कहानी।
अभी के लिए पंजाब सरकार के मुताबिक केंद्र ने उनके किसी भी प्रस्तव को मंजूरी नहीं दी है और उन्हें कुछ दिन पहले ही चिट्ठी के जरिए ये जानकारी दी गई है। सीएम मान ने आरोप लगा दिया कि आने वाले समय में ये भी संभव है कि बीजेपी राष्ट्रगान से भी पंजाब का नाम हटा देगी।