दिल्ली के महरौली पुरातात्विक उद्यान इलाके में रविवार को सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे हटाए जाने से नाराज महिला प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर पुलिसकर्मियों पर लाल मिर्च पाउडर फेंक दिया। इस पर पुलिस ने कुछ महिलाओं को हिरासत में ले लिया। महिलाओं का आरोप है कि पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया, हालांकि आरोपों से इनकार करते हुए एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘कोई लाठीचार्ज नहीं किया गया और कोई घायल नहीं हुआ। प्रदर्शनकारी महिलाएं डीडीए कर्मियों और पुलिस के काम में बाधा डाल रहे थीं।’
DDA का अभियान 9 मार्च तक जारी रहेगा
दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने एक बयान में कहा कि शुक्रवार को महरौली पुरातात्विक उद्यान इलाके में अतिक्रमण रोधी अभियान के दौरान करीब 1,200 वर्ग मीटर सरकारी जमीन वापस ली गई है। अधिकारियों ने बताया कि डीडीए का अतिक्रमण रोधी अभियान रविवार को भी जारी रहा। यह अभियान नौ मार्च तक जारी रहेगा। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) मार्च की शुरुआत में महरौली पुरातात्विक उद्यान में होने वाली जी-20 बैठक के लिए पूरे जोरशोर से तैयारी कर रहा है। ऐसे वक्त में यह प्रदर्शन अनुचित है।
AAP और BJP के बीच आरोप-प्रत्यारोप
डीडीए ने महरौली पुरातात्विक उद्यान में लाडो सराय गांव की डीडीए जमीन पर से अतिक्रमण हटाने के लिए दिल्ली पुलिस की मदद से शुक्रवार को अभियान शुरू किया था। प्राधिकरण ने शनिवार को एक बयान में कहा कि इस उद्यान में 55 स्मारक हैं जो भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, दिल्ली के पुरातत्व विभाग और डीडीए के संरक्षण में हैं। इस अभियान के विरोध में स्थानीय निवासियों ने प्रदर्शन किया। इसे लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) तथा भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
रविवार को महिलाओं के एक समूह ने ध्वस्तीकरण अभियान के खिलाफ प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि घटनास्थल पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन पर लाठीचार्ज किया। इन आरोपों से इनकार करते हुए एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘कोई लाठीचार्ज नहीं किया गया और कोई घायल नहीं हुआ। वे (प्रदर्शनकारी) डीडीए कर्मियों और पुलिस के काम में बाधा डाल रहे थे।’’
अधिकारी ने कहा, ‘‘कुछ महिलाओं ने पुलिसकर्मियों पर लाल मिर्च का पाउडर फेंका और उनमें से कुछ को हिरासत में लिया गया है। उचित कार्रवाई की जाएगी।’’
डीडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘ अतीत में अदालत ने विभिन्न मामलों के सिलसिले में इस ऐतिहासिक उद्यान में अतिक्रमण का संज्ञान लिया है और पिछले कुछ दशकों में कई लोगों ने इस क्षेत्र में पांच-पांच, छह-छह मंजिलें मकान बना लिये हैं। पिछले दिसंबर में नोटिस जारी किया था और लोगों को अतिक्रमण हटाओ अभियान से वाकिफ करने के लिए दीवारों पर यह नोटिस चिपकाया गया था।’’