G20 Summit: राजधानी दिल्ली में सितंबर 2023 में होने वाली G20 समिट (G20 Summit) को लेकर तैयारियां शुरू हो गयी हैं। इस शिखर सम्मेलन लिए बड़ी संख्या में विदेशी मेहमान दिल्ली आएंगे। उनकी सुविधा को ध्यान में रखते हुए दिल्ली में कई बड़े बदलाव होंगे। LED लाइटों से नहाई सड़कें, डबल डेकर बसें, बंगला साहिब गुरुद्वारे में लंगर, जीरो इंटरनेट कनेक्टिविटी ब्लैकस्पॉट जैसी सुविधाओं के साथ दिल्ली सितंबर में G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए तैयार है।
Delhi के सौंदर्यीकरण पर ध्यान
आगंतुकों को शहर के स्वाद की पेशकश देने जैसी छोटी-छोटी डिटेल्स पर खास ध्यान दिया जा रहा है। इसके साथ ही जलभराव से लेकर गतिशीलता तक शहर के लगातार परेशान करने वाले मुद्दों को ठीक करना और दिल्ली को देश की सांस्कृतिक और धर्मनिरपेक्ष पहचान के रूप में दिखाना सबसे बड़ा उद्देश्य है।
द इंडियन एक्सप्रेस द्वारा प्राप्त किए गए दस्तावेजों के अनुसार, इस बार का उद्देश्य स्थायी बुनियादी ढांचा तैयार करना है जिसकी कमी 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान महसूस की गयी थी। शहर के विभिन्न रैंकों में वरिष्ठ पदों पर बैठे अधिकारी तैयारियों पर बैठकें पहले से ही कर रहे हैं। हाल ही में उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के समक्ष अगले आठ-नौ महीनों की परियोजनाओं के साथ-साथ उनकी समय सीमा के बारे में एक प्रेजेंटेशन दी गई थी।
Delhi में इन मुद्दों पर किया जाएगा काम
पर्यटन, लोक निर्माण विभाग, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद, दिल्ली विकास प्राधिकरण, दिल्ली जल बोर्ड और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण जैसे विभागों और निकायों के कोर समन्वय समिति का हिस्सा होने के कारण, अधिकारी इसे दिल्ली को बदलने और प्रदर्शित करने के अवसर के रूप में देख रहे हैं। इसके तहत दिल्ली में बुनियादी ढांचे में सुधार के क्षेत्रों में काम शामिल है।
इसके अलावा स्वच्छता और सौंदर्यीकरण, भारतीय संस्कृति का प्रदर्शन, महिला सशक्तिकरण के लिए किए गए कामों को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके साथ ही दिल्ली की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत की पहचान करना और मोबाइल नेटवर्क रिसेप्शन से संबंधित मुद्दों को सुधारना भी इन सुधारों के तहत शामिल है।
इंफ्रास्ट्रक्चर (Infrastructure) और ट्रैवल (Travel) पर काम
पिछले कुछ सालों में पीडब्ल्यूडी और पर्यटन विभाग जैसे डिपार्टमेन्ट दिल्ली की सड़कों के परिदृश्य और लेआउट को बदलने के लिए काम कर रहे हैं। 11,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 540 किमी से अधिक शहर की सड़कों को पुनर्जीवित करने और उन्हें यूरोपीय मानकों तक लाने की एक परियोजना चल रही है।
शहर के सभी बाजारों जैसे कि चांदनी चौक, कनॉट प्लेस, खान मार्केट और करोल बाग को विदेशी प्रतिनिधियों के आने से पहले अच्छी तरह से सजाया जाएगा। सरकारी सूत्रों के अनुसार, न केवल सड़कों की गुणवत्ता को सुधारा जाएगा बल्कि सभी सोडियम लाइटों को LED लाइटिंग के साथ बदलने के साथ-साथ फुटपाथों में सुधार करना भी शामिल है।
G20 प्रतिनिधियों के आवागमन के लिए इलेक्ट्रिक बसों की तैनाती
इसके साथ ही प्लानिंग G20 प्रतिनिधियों के आवागमन के लिए इलेक्ट्रिक बसों को तैनात करने, बस स्टैंड्स को अपग्रेड करने, सड़कों पर बस बॉक्स चिह्नों को सुनिश्चित करने, साइकिल और ई-बाइक के मौजूदा बेड़े में सुधार करने की है। यह योजना नेशनल मोबिलिटी कार्ड के कार्यान्वयन पर भी जोर देती है। जिसके तहत सभी मेट्रो ट्रेनों और बसों के लिए एक यात्रा कार्ड की परिकल्पना की गई है, जिसमें डबल-डेकर और महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थानों के लिए इलेक्ट्रिक बसें शामिल हैं।