भारतीय बाजार में पिछले कुछ समय से Dry Fruits के दामों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। दामों में एकाएक आए इस उछाल को जानकार, जहां एक तरफ अफगान संकट से जोड़कर देख रहे हैं तो वहीं कुछ विशेषज्ञ इसके पीछे दुनिया भर में शिपिंग कंटेनर्स की कमी का हवाला दे रहे हैं। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन (FIEO) ने इस पर चर्चा करते हुए कहा कि तालिबान ने पाकिस्तान के ट्रांजिट रुट्स से होकर आने वाली सभी कार्गो मूवमेंट को रोक दी गई। जिसके कारण दिल्ली समेत कई राज्यों में सूखे मेवों ( Dry Fruits) के दामों में इजाफा देखने को मिल रहा है। उनका मानना है कि अफगानिस्तान पर गहराते संकट का असर अब भारतीय बाजारों पर भी नजर आने लगा है। तालिबान ने काबुल पर कब्जा जमाते ही भारत से आयात व निर्यात पर रोक लगा दी है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सूखे मेवे ( Dry Fruits) के सबसे बड़े बाजार खारी बाबली में इसके दामों में 20 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो गई है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बादाम, अंजीर, पिस्ता और अखरोट जैसे ड्राई फ्रूट्स अफगानिस्तान से आते हैं। 15 अगस्त को किए गए कब्जे से पहले से ही इसका निर्यात रोक दिया गया था। पिछले दो हफ्तों में दिल्ली में यह 20 फीसदी तक बढ़ गए हैं।
अफगानिस्तान में सूखे मेवे, जैसे कि बादाम और अखरोट की जबरदस्त पैदावार होती है। वहां के राजस्व में अब तक इसका बड़ा योगदान रहा था लेकिन तालिबान ने इस पर रोक लगा दी है। जानकारों का मानना है कि भारत और नए अफगानिस्तान के बीच अब पहले जैसे रिश्ते नहीं रहेंगे।
वहीं जानकार इन सारे दावों को खारिज करते हैं। उनका कहना है कि Dry Fruits की बढ़ती कीमतों का कारण अफगानिस्तान से निर्यात की कमी नहीं बल्कि इसकी पैदावार में आई कमी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कंटेनर्स की किल्लत एक कारण हैं।
नवभारत टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार इंटरनेशल फ्रूट्स एंड नट्स ऑर्गनाइजेशन के कंसल्टेंट रवींद्र मेहता ने बताया कि दुनिया में सबसे ज्यादा बादाम कैलिफॉर्निया में पैदा होता है। कैलिफॉर्निया में 2020 में 3.2 बिलियन पाउंड बादाम पैदा हुआ था जबकि 2021 में यह 2.8 बिलियन पाउंड था। इसका असर बादामों के भावों पर दिख रहा है।
उन्होंने Dry Fruits की पैदावार में आई कमी के अलावा इसके दामों के बढ़ने का दूसरा कारण समय पर शिपिंग कटेंनर्स नहीं मिलना बताया है। वह बताते हैं कि अमेरिका ने लोगों को राहत के नाम बड़ी मात्रा में रुपये बांटे हैं। ताकि बाजार में सप्लाई औऱ डिमांड का संतुलन बना रहे, जिसके कारण लोगों ने जमकर खरीददारी भी की। इनकी सप्लाई में दुनिया भर के कंटेनर्स और जहाज लगे हुए हैं। क्रिसमस से पहले बाजार में इन्हें पहुंचाना है।