फास्ट ट्रैक कोर्ट के एडीजे डा. दीनानाथ ने बलात्कार का आरोप साबित हो जाने पर नदीम को दस वर्ष के कठोर कारावास और एक लाख दस हजार का आर्थिक दंड की सजा सुनाई। शासकीय अधिवक्ता मेघराज चौहान ने गुरुवार को बताया कि बलात्कार पीड़िता ने 11 जून, 2016 को थाना गागलहेड़ी में नदीम के खिलाफ रपट दर्ज कराई थी। इसमें आरोप लगाया था कि उसने पहले हलवे में नशीला पदार्थ खिला कर बेहोश किया और फिर बलात्कार किया व अश्लील फोटो भी खींची। बाद में कैलाशपुर निवासी नदीम उसे अश्लील फोटो को इंटरनेट पर वायरल करने की धमकी देकर एक वर्ष तक बलात्कार करता रहा। इस दौरान बलात्कार करने वाले नदीम ने नगदी और आभूषण भी ले लिया।

वहीं दूसरी ओर सहारनपुर के राजकीय मेडिकल कालेज प्रशासन ने नए छात्रों के साथ रैगिंग करने के आरोपी पांच छात्रों का निष्कासन कर दिया है। मेडिकल कालेज मेंं प्रथम सत्र के छात्रों के होस्टल में पहुंच कर सीनियर छात्रों ने गाने सुने और डांस भी कराया। रैगिंग के दौरान मौके पर पहुंचे वरिष्ठ चिकित्सकों ने दो छात्रों को रंगे हाथ पकड़ लिया और दो छात्र भागने में सफल हो गए। कालेज प्रशासन ने यह कार्रवाई बीती देर रात की। इस कालेज में नए सत्र में सौ छात्र-छात्राओं को एमएमबीएस में प्रवेश मिला है।

उत्पीड़न का विरोध करने पर बीवी को तीन तलाक : नगर की कोतवाली मंडी की कमेला कालोनी निवासी मुसलिम महिला ने गुरुवार को एसएसपी दिनेश प्रभु से मिलकर अपने शौहर के खिलाफ तीन तलाक दिए जाने की तहरीर दी। एसएसपी ने मंडी पुलिस को कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
पीड़ित महिला ने एसएसपी को बताया कि कमेला कालोनी निवासी युवक के साथ दो वर्ष पहले निकाह हुआ था। लेकिन शादी के बाद से ही उसका शौहर उसके साथ मारपीट करने लगा और उसे गलत धंधे में धकेलने की कोशिश करने लगा। शौहर की हरकतों से तंग आकर दो माह पहले वह अपने मायके में आकर रहने लगी और दो दिन पहले जब वह पुलिस में मदद की गुहार लगाने जा रही थी तो रास्ते में उसके शौहर और सुसरालियों ने उसके साथ मारपीट की। शौहर ने तलाक-तलाक-तलाक बोलकर उसे तलाक दे दिया।

ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर किया हमला : देवबंद कोतवाली के गांव राजूपुर में ग्रामीणों ने पुलिस दल पर हमलाकर उनके कब्जे से हिरासत में लिए गए आदमी को छुड़ा लिया।  एसएसपी दिनेश प्रभु ने गुरुवार को बताया कि देवबंद कोतवाली में 16 व्यक्तियों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने हमला करने के आरोपी अजीम, इंतजार और सलीम को गिरफ्तार कर लिया। सीओ देवबंद अजय शर्मा के मुताबिक देबवंद कोतवाली के दारोगा ज्ञानेंद्र सिरोही के नेतृत्व में पुलिस टीम राजूपुर में फरार अभियुक्त कलीम को गिरफ्तार करने के लिए गई थी। उसी दौरान कलीम के परिजनों और अन्य ग्रामीणों ने कलीम को पुलिस के कब्जे से छुड़ा लिया और पुलिस दल के साथ मारपीट भी की। हमले की सूचना मिलने पर देवबंद से पुलिस अधिकारी पुलिस बल लेकर मौके पर गए और ग्रामीणों के कब्जे से पुलिसकर्मियों को छुड़ाया।