नालंदा की एक लड़की से कथित बलात्कार के मामले में फरार राजद विधायक राजबल्लभ यादव को लेकर गुरुवार को बिहार विधान परिषद में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच नोकझोंक हुई। इसके बाद सभापति अवधेश नारायण सिंह ने सदन की कार्यवाही भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दी।
भाजपा सदस्य नवल किशोर यादव के एक सवाल का जवाब देते हुए गृह विभाग के प्रभारी मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि बीते कुछ महीनों में रंगदारी की छिटपुट घटनाएं हुई हैं, पर वर्तमान में स्थिति सामान्य है और कानून का राज कायम है। स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है। पहले हुए कांडों की जांच और अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई है।
बाकी अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम बनाकर छापेमारी और कुर्की की कार्रवाई की जा रही है। पिछले साल दिसंबर में दरभंगा जिले के बहेरी थाना क्षेत्र में सड़क निर्माण में लगी निजी कंपनियों के दो अभियंताओं की हत्या और शिवहर जिले में एक निजी बिजली कंपनी के इंजीनियर की हत्या के बारे में मंत्री ने बताया कि 26 दिसंबर को दरभंगा वाले कांड के प्राथमिक अभियुक्त तथा प्रतिबंधित संगठन पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सरगना मुकेश पाठक और पूर्वी चंपारण जिला निवासी विकास झा व 13 में से 8 अभियुक्तों को अबतक गिरफ्तार कर न्यायिक हिरसात में भेजा गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले के फरार प्राथमिक अभियुक्तों की संपत्ति की कुर्की, जब्ती और उनकी गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई की जा रही है।
बिहार के मंत्री बिजेंद्र प्रसाद ने बताया कि शिवहर जिले में पिछले साल 2 दिसंबर को एक इंजीनियर की हत्या के मामले में अभियुक्त मुकेश पाठक और विकास झा व अन्य अभियुक्तों में से 6 को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में संवेदनशील स्थानों पर गश्त और छापेमारी की जा रही है। राज्य में निर्माण एजेंसी, ठेकेदार, संपन्न किसानों, अभियंता, चिकित्सक, व्यावसायियों व जनप्रतिनिधियों को यथासंभव पुलिस बल उपलब्ध कराए जाते हैं।
मंत्री के जवाब से असंतुष्ट नवल किशोर द्वारा पूरक प्रश्न पूछे जाने के बीच प्रतिपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी ने पुलिस के लापरवाही बरतने और निष्क्रिय होने का आरोप लगाते हुए मंत्री से यह पूछा कि दरभंगा मामले में 13 प्राथमिक अभियुक्तों में मात्र 8 ही अबतक पकड़े गए और मुख्य अभियुक्त मुकेश पाठक तीन महीने के बाद भी गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। उन्होंने मंत्री से जानना चाहा कि क्या यह बात सही है कि मुकेश पाठक की शादी जेल में हुई और जिस महिला से उसकी शादी हुई वह जेल के भीतर ही गर्भवती हुई। अगर सरकार सतर्क रहती तो मुकेश पाठक फरार नहीं होता।
मंत्री ने कहा कि अंग्रेजों के जमाने में अपराधियों के पुलिस के गिरफ्त में न आने की संभावना के मद्देनजर ही कुर्की जब्ती का प्रावधान किया गया। मंत्री के अपराधियों के भागने को लेकर विजय माल्या का उदाहरण दिए जाने पर नालंदा की एक लड़की के साथ बलात्कार मामले में फरार राजद विधायक राजबल्लभ यादव के मामले की ओर इशारा करते हुए आरोप लगाया कि एक मामले में विपक्ष के बीच सदन में होड़ लग गई और जातीय आधार पर किसी भी मामले को मुद्दा बनाया जाना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि कानून के सामने चाहे वह किसी भी जाति या समुदाय से हों सभी बराबर हैं।