Rampur By-Election 2022: 1977 के बाद पहली बार समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान (Azam Khan) या उनके परिवार का कोई सदस्य रामपुर विधानसभा सीट (Rampur Assembly Seat) से चुनाव मैदान में नहीं है। नफरत फैलाने वाले भाषण के एक मामले में आजम खान के गुनहगार साबित होने के बाद से खाली हुई रामपुर सीट पर उपचुनाव 5 दिसंबर 2022 को होगा।
नहीं मिला आजम खान के परिवार को टिकट: समाजवादी पार्टी ने आजम खान की पत्नी तंजीन फातिमा और उनकी बहू को टिकट नहीं दिया और उनके वफादार असीम रजा को टिकट दिया। आजम खान या उनके परिवार का कोई सदस्य 1977 से लगातार इस सीट से चुनाव लड़ रहा है। आजम खान ने 1977 से 2022 तक 12 विधानसभा चुनाव लड़े हैं जिनमें से वह दस बार जीते हैं और दो बार हारे हैं।
आजम खान ने लगातार जीते 5 चुनाव: 2019 में आजम खान के सांसद बनने के बाद हुए उपचुनाव में उनकी पत्नी तंजीन फातिमा ने चुनाव लड़ा और जीत हासिल की, जिसके बाद अब असीम राजा अब उपचुनाव में किस्मत आजमाएंगे। सत्तर और अस्सी के दशक में रामपुर सीट पर कांग्रेस मजबूत स्थिति में थी। 1980 और 1993 के बीच, आजम खान ने लगातार पांच विधानसभा चुनाव जीते लेकिन 1996 का चुनाव कांग्रेस के अफरोज अली खान से हार गए। बाद में उन्होंने 2002 से 2022 के बीच लगातार पांच चुनाव जीते।
परिवार पर चल रहे हैं कई कानूनी मामले: आजम खान और उनके परिवार पर कानूनी मामले चल रहे हैं। आजम खान की पत्नी और उनके बेटे के खिलाफ 2014 में अखिलेश यादव सरकार में मंत्री रहते हुए सरकारी जमीन हड़पने की साजिश का मामला दर्ज किया गया था। वहीं, दूसरी ओर एक स्थानीय अदालत द्वारा अभद्र भाषा के मामले में तीन साल की जेल की सजा सुनाए जाने के बाद आजम खान को उनकी विधानसभा सीट से अयोग्य घोषित कर दिया गया है।
भाजपा ने पहले भी इस सीट से चुनाव लड़ चुके आकाश सक्सेना को एक बार फिर रामपुर उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है। आकाश सक्सेना इस साल की शुरुआत में रामपुर सदर सीट से आजम खान से हार गए थे।
