Ramcharitmanas Row: रामचरितमानस (Ramcharitmanas) को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता और स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने रविवार (22 जनवरी, 2023) को विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि रामचरितमानस में सब बकवास है। क्या यही धर्म है, ऐसे धर्म का सत्यानाश हो। रामचरितमानस के कुछ हिस्सों पर मुझे आपत्ति है। तुलसीदास ने शुद्र को अधम जाति का कहा है।

स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने कहा कि स्त्रियों को पढ़ने-लिखने का अधिकार अंग्रेजों की हुकूमत में मिला, लेकिन दलितों को पढ़ने-लिखने का अधिकार अंग्रेजों के राज में मिला। धर्म के नाम पर विशेष जाति का अपमान किया गया। रामचरितमानस को पूरी तरह बैन कर देना चाहिए। रामचरितमानस के कुछ हिस्सों पर मुझे आपत्ति है।

स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि ब्राह्मण भले ही लंपट, दुराचारी, अनपढ़ और गंवार हो, लेकिन वह ब्राह्मण है तो उसे पूजनीय बताया गया है, लेकिन शूद्र कितना भी ज्ञानी, विद्वान या फिर ज्ञाता हो, उसका सम्मान मत करिए। क्या यही धर्म है? अगर यही धर्म है तो ऐसे धर्म को मैं नमस्कार करता हूं। ऐसे धर्म का सत्यानाश हो, जो हमारा सत्यानाश चाहता हो।उन्होंने कहा कि जब इनकी किसी बात पर टिप्पणी की जाती है, तो चंद मुट्ठीभर धर्म के ठेकेदार जिनकी इसी पर रोजी-रोटी चलती है वह कहते हैं कि हिंदू भावना आहत हो रही है।

बिहार के शिक्षामंत्री ने रामचरितमानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताया था

स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस पर दिए गए विवादित बयान से पहले बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने बुधवार (11 जनवरी) को तुलसीदास की रामचरितमानस को समाज में नफरत फैलाने वाला बताया था। उन्होंने कहा था कि रामचरितमानस और मनुस्मृति समाज को विभाजित करने वाली पुस्तकें हैं। बयान के बाद चंद्रशेखर के खिलाफ मुजफ्फरपुर और किशनगंज जिले में हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में दो मामले दर्ज किए गए थे।

चंद्रशेखर ने कहा था कि मनुस्मृति में समाज की 85 फीसदी आबादी वाले बड़े तबके के खिलाफ गालियां दी गईं। रामचरितमानस के उत्तर कांड में लिखा है कि नीच जाति के लोग शिक्षा ग्रहण करने के बाद सांप की तरह जहरीले हो जाते हैं। यह नफरत को बोने वाले ग्रंथ हैं। एक युग में मनुस्मृति, दूसरे युग में रामचरितमानस, तीसरे युग में गुरु गोवलकर का बंच ऑफ थॉट, ये सभी देश को, समाज को नफरत में बांटते हैं। नफरत देश को कभी महान नहीं बनाएगी। देश को महान केवल मोहब्बत ही बनाएगी।’ वहीं आरजेडी ने खुद को इससे अलग करते हुए मंत्री के बयान को निजी बताया था।