Mulayam Singh Yadav Health: समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे हैं। वह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल (Medanta Hopital) में भर्ती हैं। शनिवार (13 अगस्त ) को सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने मुलायम सिंह से अस्पताल जाकर मुलाकात की और उनसे बातचीत करते हुए कुछ तस्वीरें भी शेयर की हैं।
रामगोपाल यादव ने मुलायम सिंह से मुलाक़ात की तस्वीरें अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर की। इसके साथ उन्होंने लिखा, “आज नेता जी से मेदांता अस्पताल गुरुग्राम में मिलकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। नेता जी ने लगभग एक घंटा तक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मामलों पर सवाल किए और राजनीति को लेकर कई सार्थक सुझाव दिए। वे शीघ्र ही पूर्ण स्वस्थ होकर घर आजाएंगे।”
मेदांता अस्पताल में भर्ती हैं मुलायम सिंह: अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर रामगोपाल यादव ने चार तस्वीरें शेयर की हैं, जिनमें सपा के दोनों वरिष्ठ नेता गुफ्तगू करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इन तस्वीरों में सपा संरक्षक अस्पताल के बेड पर बैठे हुए रामगोपाल यादव की बातों को ध्यान से सुन रहे हैं। जबकि रामगोपाल यादव बगल में कुर्सी पर बैठकर कुछ कहते हुए दिखाई दे रहे हैं। गौरतलब है कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। बीमार होने के बाद उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
सोशल मीडिया पर इन तस्वीरों के आते ही लोगों ने तरह-तरह के रिएक्शन दिये। कुछ यूजर्स ने मुलायम सिंह के अच्छे स्वास्थ्य और जल्द ठीक होने की दुआ मांगी। कृष्णमुरारी वत्स (@FlendraK) नाम के यूजर ने लिखा, “अंतरराष्ट्रीय मुद्दा भी देख लेते हैं मुलायम सिंह, ताइवान चीन युद्ध के आहट के बारे में क्या खयाल है।” देवेश सिन्हा (@Deveshsinha12) नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, “हालात देख कर ऐसा लगता है, बीमार नहीं मस्ती कर रहे हैं।”
सीएम योगी आदित्यनाथ से की थी मुलाकात: हाल ही में राम गोपाल यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की थी। इस मुलाकात ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं। जिसके बाद समाजवादी पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट भी किया था।
सपा ने लिखा था, ”आज समाजवादी पार्टी के प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से लखनऊ में मुलाकात की। प्रदेशभर में पिछड़ों और मुसलमानों पर एकतरफा फर्जी मुकदमे दर्ज कर उनके उत्पीड़न के संदर्भ में की बात। फर्जी मुकदमों को वापस ले सरकार।”