कांग्रेस ने राजस्थान में राज्यसभा चुनाव से पहले विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका जताई है। पार्टी ने इस संबंध में राज्य एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) में शिकायत दर्ज कराई है। राजस्थान कांग्रेस के चीफ व्हिप महेश जोशी ने शिकायत करते हुए कहा कि आने वाले राज्यसभा चुनावों में धनबल का भारी खेल हो सकता है।

चार राज्यसभा सीटों पर हो रहे चुनाव में हॉर्स ट्रेडिंग की आशंका के चलते कांग्रेस पार्टी की ओर से कैबिनेट मंत्री और विधानसभा में मुख्य सचेतक महेश जोशी ने एसीबी मुख्यालय में परिवाद दर्ज कराया है। उन्होंने एसीबी डीजी बीएल सोनी को परिवाद दिया। इस मौके पर मंत्री महेश जोशी ने कहा कि इन दिनों सोशल मीडिया और अनेक प्रकारों से यह आंशका व्यक्त की जा रही है कि राज्यसभा चुनावों में धनबल का भारी खेल हो सकता है, जो कि लोकतंत्र को कमजोर करता है।

बीजेपी और सुभाष चंद्रा की जुगलबंदी पर निशाना: वहीं, भारतीय जनता पार्टी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाने वाले महेश जोशी ने सुभाष चंद्रा के प्रत्याशी होने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सुभाष चंद्रा ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भरा है, जबकि एक भी निर्दलीय विधायक उनका प्रस्तावक नहीं बना है। जब कोई निर्दलीय विधायक उनके साथ ही नहीं हैं तो वह किस आधार पर निर्दलीय प्रत्याशी बन गए। अगर बीजेपी विधायक प्रस्तावक बने हैं तो सुभाष चंद्रा को पार्टी के बैनर पर चुनाव लड़ना चाहिए।

निर्दलीय प्रत्याशी को बीजेपी का समर्थन: महेश जोशी ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि कोई निर्दलीय राज्यसभा का चुनाव लड़ रहा है और उसे बीजेपी का सपोर्ट है। ऐसे में उनके समर्थन में विधायक आएंगे भी तो सिर्फ हॉर्स ट्रेडिंग के जरिए और इसकी संभावना लगातार बनी हुई है। उन्होंने कहा कि वह विधानसभा में मुख्य सरकारी सचेतक है ऐसे में उनकी जिम्मेदारी है कि वह इसे लेकर एसीबी को सचेत करें।

हॉर्स ट्रेडिंग की आशंका: राज्यसभा चुनाव में विधायकों की खरीद-फरोख्त को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस राजस्थान के अपने विधायकों को उदयपुर के अरावली रिजॉर्ट में रखेगी। इसके अलावा जैसलमेर के सूर्यगढ़ में भी 40 कमरे बुक कराए गए हैं।