गुजरात के राजकोट में 10 लोगों को पुलिस ने ऑनलाइन पबजी (PUBG- Playerunknown’s Battlegrounds) खेलने के लिए गिरफ्तार किया है। इन दस लोगों में से 6 अंडर ग्रेजुएट स्टूडेंट हैं। पुलिस कमिश्नर मनोज अग्रवाल ने इस मामले में बताया कि 6 मार्च को ही पबजी का शहर में बैन के लिए नोटिस जारी किया गया था। लेकिन उसके बाद भी अभी तक कुल 12 केस सामने आ चुके हैं। हालांकि इस अपराध के लिए आराम से बेल मिल जाती है लेकिन मामला कोर्ट तक जाता है और नोटिस के आदेश को न मानने की गलती पर ट्रायल होता है।
पुलिस मुख्यालय के पास गिरफ्तार हुए तीन लोग: राजकोट स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के इंस्पेक्टर रोहित रावल ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि बुधवार को पुलिस ने तीन लोगों को पुलिस मुख्यालय के पास गिरफ्तार किया था। हमारी टीम ने इन्हें रंगे हाथों पकड़ा था। हमने इनके खिलाफ IPC की धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया था। वहीं राजकोट पुलिस ने भी धारा 35 के तहत 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके मोबाइल को भी जांच के लिए पुलिस ने जब्त कर लिया था।
इस गेम की लग जाती है लत: इंस्पेक्टर रोहित रावल ने बताया कि पबजी की लत लग जाती है। ऐसे में सभी लोग पबजी खेलने में इतने तल्लीन थे कि वो हमारी टीम को उनसे पास आते तक भी नहीं देख पाए।
क्या है पबजीः पबजी एक ऑनलाइन वीडियो गेम है जिसकी डेवलपर एक साउथ कोरियन कंपनी ‘ब्लूहोल ‘ है। दुनियाभर में इस गेम के करीब 20 करोड़ से ज्यादा प्लेयर्स हैं। इसे कई जगहों पर ई-स्पोर्ट की तरह खेला जाता है। बता दें कि गूगल प्ले स्टोर पर इसे 2018 का बेस्ट गेम घोषित किया गया था। पबजी की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि एक तरफ जहां लोग पबजी रेस्टोरेंट खोल रहे है तो वहीं दूसरी ओर इस थीम पर ही शादियां भी हो रही हैं।
मोमो चैलेंज ने भी पकड़ा था तूल: बता दें कि इससे पहले पबजी के अलावा मोमो चैलेंज और ब्लू व्हेल पर भी बैन लगाया गया था जो लोगों को खतरनाक सीरीज पूरा करने के लिए प्रेरित करता था।