योग गुरु स्वामी रामदेव ने राजस्थान के कोटा में कहा कि जिन साधुओं का चरित्र ठीक नहीं है, जो अवैध काम करते हैं, उन्हें फांसी पर लटका देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस तरह से जनप्रतिनिधियों जैसे एमएलए, एमपी, सीएम, पीएम का एक प्रोटोकॉल होता है, इसी प्रकार की मर्यादा साधुओं की भी है। खुद को साधु कहने वालों को इसका पालन करना चाहिए। बाबा ने कहा कि केवल भगवा वस्त्र पहनने से कोई साधु नहीं बन जाता है। उन्होंने कहा कि उनका आचरण और चरित्र भी उच्च किस्म का होना होना चाहिए। धर्माचार्यों को भी चाहिए कि वे ऐसे संन्यासियों की गारंटी लें, मैं अपने गुरुकुल के सभी सदस्यों की गारंटी स्वयं लेता हूं

बाबा रामदेव ने कहा, “जो भी सीमा का अतिक्रमण करता है, उसे ना सिर्फ जेल भेजा जाना चाहिए बल्कि उसे फांसी पर चढ़ा देना चाहिए, इससे किसी तरह का समझौता नहीं किया जाना चाहिए। भगवा पहनकर साधु बनने वालों पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “हर पेशे का एक दायरा होता है, हर काम के लिए एक प्रोटोकॉल होता है, ऐसा ही बाबाओं के साथ भी है, कोई सिर्फ इसलिए बाबा नहीं हो जाता क्योंकि उसने भगवा वस्त्र धारण किया है।”

योग गुरु  बाबा रामदेव की ये टिप्पणी चर्चित दाती महाराज पर रेप के आरोप लगने के बाद आए हैं। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच इस केस की जांच कर रही है। इधर दल्ली पुलिस ने अपनी एक अनुयायी के साथ बलात्कार करने के आरोप को लेकर मंगलवार (19 जून) को स्वयंभू संत दाती महाराज से सात घंटे से ज्यादा पूछताछ की। पुलिस ने बताया कि दाती महाराज को नोटिस भेजकर बुधवार तक जांच में शामिल होने के लिए कहा गया था। वह 19 जून दोपहर करीब ढाई बजे अपराध शाखा के कार्यालय पहुंचे और उनसे सात घंटे से ज्यादा पूछताछ की गयी।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि स्वयंभू संत से पूछताछ के लिए दोबारा शुक्रवार को पेश होने को कहा गया है। उनसे पुलिस उपायुक्त (अपराध) राजेश देव के नेतृत्व में एक टीम ने पूछताछ की। अधिकारी ने बताया कि दाती महाराज से शिकायतकर्ता के आरोपों को लेकर पूछताछ की गयी और पूछा गया कि क्या वह पीड़िता को जानते हैं। उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया।गत शनिवार को दिल्ली पुलिस की एक टीम सबूत जुटाने के लिए राजस्थान के पाली में स्थित दाती महाराज के आश्रम गयी थी। कथित बलात्कार की घटना राजस्थान और दिल्ली के आश्रमों में हुई।महिला ने पिछले रविवार को दक्षिण दिल्ली के फतेहपुर बेरी पुलिस थाने में दाती महाराज के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी। बाद में मामला अपराध शाखा को सौंप दिया गया।