राजस्थान की अशोक गहलोत (Ashok Gehlot Government) सरकार ‘सॉफ्ट हिंदुत्व’ की राह पर चलती दिखाई दे रही है। अशोक गहलोत सरकार रामनवमी और हनुमान जयंती के अवसर पर मंदिरों में रामायण, सुन्दरकांड और हनुमान चालीसा के पाठ करवाएगी। राज्य की प्रमुख विपक्षी दल भाजपा अशोक गहलोत सरकार पर तुष्टिकरण के आरोप लगाती रही है। इस बीच, गहलोत सरकार के इस कदम को ‘सॉफ्ट हिंदुत्व’ के रास्ते पर चलने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।

देवस्थान विभाग के आदेश के मुताबिक, सरकार द्वारा रामनवमी पर रामायण पाठ और हनुमान जयंती के अवसर पर सुंदरकांड पाठ का आयोजन कराया जाएगा। इस आयोजन के संबंध में विभाग के शासन सचिव ने आदेश जारी कर दिया है। साथ ही देवस्थान विभाग के आयुक्त करण सिंह ने सहायक आयुक्तों से जिलों के प्रत्यक्ष प्रभार वाले दो-दो मंदिरों की सूची मंगवाई है जहां पर रामायण और सुंदरकांड पाठ आयोजित किए जाएंगे।

देवस्थान विभाग ने नियुक्त किए पुजारी

जानकारी के मुताबिक, जनप्रतिनिधियों को भी इस आयोजन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। गहलोत सरकार के देवस्थान विभाग ने चिन्हित किए गए मंदिरों में पाठ कराने के लिए 8 पुजारियों को नियुक्त किया है। ये पुजारी अपने-अपने मंदिरों की सेवापूजा करने के साथ-साथ तीन-तीन घंटे का रामायण पाठ भी करेंगे। आदेश के अनुसार, ये पुजारी रात में मंदिर में रहेंगे।

10 और 16 अप्रैल को रामायण-सुंदरकांड पाठ का आयोजन

जानकारी के मुताबिक, इन मंदिरों में रामायण का पाठ 10 अप्रैल को आयोजित किया जाएगा, जबकि 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के मौके पर सुंदरकांड पाठ का आयोजन कराया जाएगा। इसके पहले, महाशिवरात्रि के अवसर पर मंदिरों में भागवत कथा का आयोजन किया गया था। जयपुर में ऐसे ही एक आयोजन में देवस्थान मंत्री शकुन्तला रावत अन्य अधिकारियों के साथ शामिल हुई थीं।

भाजपा राजस्थान की गहलोत सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाती रही है। हाल ही में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने आरोप लगाया कि अशोक गहलोत सरकार जाति और धर्म के नाम पर तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है।