राजस्थान के सीकर से सांसद सुमेधानंद सरस्वती को फोन पर धमकी का एक मामला सामने आया है। पुलिस के मुताबिक इस संबंध में एक मामला दर्ज किया गया है। हुआ यह कि फाइनेंस कंपनी की एक महिला कर्मचारी ने सीकर के सांसद सुमेधानंद सरस्वती को फोन पर कथित तौर पर धमकी दी और कहा कि उनके ऊपर जो लोन बकाया है वह उसे जल्द से जल्द चुका दें। सांसद के सहायक महेंद्र कुमार (28) निवासी वैदिक आश्रम पिपराली ने पुलिस को बताया कि 26 सितंबर को सांसद के मोबाइल पर किसी अनजान कॉल आया था। कॉल रिसीव करने पर सामने से एक महिला बात कर रही थी। महिला ने कहा कि वह लक्ष्मी फाइनेंस कंपनी गुरुग्राम से बात कर रही है और इसके बाद वह धमकी देने लगी।

क्या था पूरा मामला? पुलिस ने दर्ज किया केस

दादिया पुलिस स्टेशन के सहायक उप-निरीक्षक रामअवतार ने कहा कि मामला भारतीय दंड संहिता की धारा 384 (जबरन वसूली), 506 (आपराधिक धमकी), और 504 (जानबूझकर किसी व्यक्ति का अपमान करना) के तहत दर्ज किया गया है। सांसद के सहायक महेंद्र कुमार ने बुधवार शाम को पुलिस से संपर्क किया था जिसके बाद सरस्वती की ओर से मामला दर्ज किया गया था।

शिकायत के मुताबिक एक महिला जिसने खुद को गुरुग्राम में मौजूद लक्ष्मी फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी बताया था ने लोन की वसूली के लिए फोन पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, जिसके लिए उसने दावा किया कि सांसद एक गारंटर है और उसने उनसे बकाया भुगतान करने के लिए कहा जा रहा था।

बीजेपी सांसद ने क्या कहा?

बीजेपी सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने कहा कि वह किसी के गारंटर नहीं हैं और उन्होंने लोन के लिए कोई गारंटी नहीं दी है. सरस्वती ने कहा, “इस तरह से धोखाधड़ी करने वाली फाइनेंस कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।”

सांसद के सहायक ने बताया कि महिला ने फोन पर गालियां देना शुरू कर दिया और कहा कि आप मंजू देवी के गारंटर हो, आप जल्द से जल्द लोन के पैसे चुकाओ। जिसके बाद महिला को बताया गया कि यह एक सांसद के नंबर है और वह इस तरह से बात ना करे लेकिन महिला नहीं मानी और उसने गाली देना जारी रखा।