देश में इन दिनों बुलडोजर काफी चर्चाओं में है। उत्तर प्रदेश में माफियाओं के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलने के बाद दिल्ली, मध्य प्रदेश और गुजरात में भी बुलडोजर का असर देखने को मिला। इस सबके बीच राजस्थान में भी बुलडोजर चलाया गया है। यहां रास्ता चौड़ा करने के लिए मंदिरों पर बुलडोजर चलाया गया। अलवर में 300 साल पुराने शिव मंदिर पर बुलडोजर चलाए जाने के बाद हिंदू संगठन गुस्सा हो गए हैं। अलवर में राजस्थान सरकार की इस कार्रवाई को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।
इस मुद्दे को लेकर एक टीवी डिबेट के दौरान अलवर से सांसद महंत बालक नाथ, कांग्रेस प्रवक्ता अभय दुबे और धर्मगुरु महंत दीपांकर मौजूद थे। डिबेट में एंकर ने सवाल करते हुए कहा कि कौन है ये अलवर का औरंगजेब जिसने महादेव पर बुलडोजर चला दिया? इसका जवाब देते हुए महंत बालक नाथ ने कहा कि औरंगजेब मैं कहूंगा ये अलवर ही नहीं राजस्थान के औरंगजेब हैं। वर्तमान में कांग्रेस जो ये माहैल खड़ा कर रही है। कुछ देश विरोधी ताकतें इनके साथ मिलकर केंद्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ साजीशें कर रही हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “देश में बैठे दुशमन कांग्रेस के साथ मिलकर इस तरह के कार्यक्रमों को आयोजित कर रहे हैं, जिनकी शुरुआत करौली हिंसा से हुई है। जिस तरह से मस्जिदों से फतवा जारी किया जाता था उस तरह से राजस्थान की कांग्रेस सरकार सीएम आवास से फतवा जारी करती है।”
वहीं, डिबेट में मौजूद धर्मगुरु महंत दीपांकर ने अलवर के मंदिर पर चले बुलडोजर पर काफी दुख जताया। उन्होंने कहा कि सम्मानपूर्वक भी मंदिर को स्थानांतरित किया जा सकता था, लेकिन जूतों के साथ मंदिर पर चढ़ना अपमानजनक है। उन्होंने कहा, “मैं जिसकी साधना करता हूं उसे टूटते देखकर मैं दुखी हूं। मुझे ना किसी पार्टी का पक्ष रखना है और ना ही होस्ट करना है। मैं बस अपनी व्यथा कह रहा हूं। अगर आप स्थानांतरित करते हैं किसी चीज को तो आप कर सकते हैं आपको सहमति है। आप सम्मान के साथ कर सकते थे, लेकिन जूता लेकर शिवलिंग पर चढ़ना या मूर्तियों को खंडित करना ये सब अपमानजनक चीजें करना गलत है।
उन्होंने आगे कहा, “शिव महा पुराण में लिखा है कि महादेव की बुराई सुनना या उनके बारे में गलत देखना भी पाप है। हम लोग ये पाप देख रहे हैं, जो अक्षम्य है। जिसने भी ये किया उसे दंडित किया जाएगा। उन्होंने कांग्रेस प्रवक्ता अभय दुबे से कहा कि आप ये सुनिश्चित करें।”