राजस्थान के भरतपुर में दो गुटों के बीच आपस में झड़प हो गई और पत्थरबाजी शुरू हो गई। ये घटना उस वक्त हुई जब एक गुट कोर्ट के फैसले पर डीजे बजाते हुए जश्न मना रहा था। दूसरे गुट को जश्न मनाना पसंद नहीं आया और फिर दोनों गुटों में बहस शुरू हो गई और ये बहस पत्थरबाजी की घटना में तब्दील हो गई। घटना भरतपुर के मथुरा गेट इलाके के बुध का हाट कसाई मोहल्ला की है।
घटना के सम्बन्ध में पुलिस को जानकारी दी गई और तुरंत पुलिस अधीक्षक भारी संख्या में पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने करीब तीन लोगों को हिरासत में लिया और घायलों को तुरंत अस्पताल में पहुँचाया गया और मामले को शांत कराया गया। इस पथराव की घटना में करीब 3 लोग घायल हुए हैं।
क्या है पूरी घटना: दरअसल सितम्बर 2013 में बुध का हाट इलाके में दो पक्षों के बीच झगड़ा हुआ था और फिर दो गुटों के बीच पथराव हुआ और इसमें कई लोग घायल हुए थे। इस घटना में काफी नुकसान भी हुआ था। इसके बाद ये मामला कोर्ट में पहुंचा था और कोर्ट ने हाल ही में इस मामले में फैसला सुनाया है। कोर्ट ने एक पक्ष पर जुर्माना लगाते हुए उन्हें बरी कर दिया और फिर इसी को लेकर दूसरा गुट जश्न मना रहा था, जिसके बाद विवाद शुरू हुआ।
राजस्थान में हिंसा और पत्थरबाजी की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है। इसके पहले करौली और जोधपुर में हिंसा की घटनाएं हुई थी, जिससे राज्य सरकार पर खूब सवाल उठे थे। जोधपुर में ईद के एक दिन पहले ही दो समुदायों में हिंसक झड़प हुई थी और फिर ईद के दिन भी झड़प हुई जिसपर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज भी करना पड़ा था।
वहीं जोधपुर की घटना पर बीजेपी ने राजस्थान सरकार के शासन को तालिबानी शासन बताया था। केंद्रीय मंत्री और जोधपुर से सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत धरने पर बैठ गए थे और उन्होंने उपद्रवियों को गिरफ्तार करने की अपील की थी। वहीं राज्यवर्धन राठौर ने कहा था कि राजस्थान सरकार औरंगजेबी है और सिर्फ एक धर्म के लोगों को निशाना बनाया जा रहा।