राजस्थान के जोधपुर में ईद के मौके पथराव की घटना हुई है। पुलिस को हालात काबू करने के लिए बल का भी प्रयोग करना पड़ा। दरअसल यह घटना सोमवार की रात करीब 11 बजे हुई। प्रशासन ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आनन-फानन में इमरजेंसी बैठक भी बुलाई। वहीं इस घटना पर राजनीति भी तेज हो गई है। जोधपुर से बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत जालोरी गेट पर धरने पर बैठ गए हैं। तो वहीं राज्यवर्धन सिंह राठौर ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है।

प्रदेश सरकार की मानसिकता औरंगजेबी: राजस्थान से बीजेपी सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने इंडिया टीवी से बात करते हुए कहा, “राजस्थान में पिछले कई महीनों से माहौल तुष्टीकरण का चल रहा है और दुख की बात यह है कि राजस्थान सरकार इसको समर्थन दे रही है। अलग-अलग आदेश पारित होते हैं। पहले राम दरबार गिराया जाता है, फिर जहां रामनवमी की यात्रा निकलती है वहां धारा 144 लगाई जाती है। रमजान में आदेश निकाले जाते हैं कि बिजली की कटौती नहीं होनी चाहिए।”

राज्यवर्धन राठौड़ ने आगे कहा, “जालोरी गेट पर एक झंडा लगा हुआ था लेकिन उस अंडे को हटाने की जरूरत क्या थी। विशेष समुदाय ने उसे हटाकर अपना झंडा लगा दिया। राजस्थान एक तालिबानी क्षेत्र बन गया है और प्रदेश सरकार की मानसिकता औरंगजेबी है क्योंकि एक समुदाय के लिए अलग आदेश जारी हो रहा है और दूसरे समुदाय के लिए एक अलग आदेश जारी हो रहा है।

जोधपुर से सांसद और केंद्रीय मंत्री धरने पर बैठें: वहीं आज सुबह पथराव के बाद जोधपुर से सांसद और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत जालोरी गेट पर धरने पर बैठ गए। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। गजेंद्र शेखावत ने ट्वीट करते हुए लिखा, “कल देर रात हुआ मजहबी उपद्रव मेरे जोधपुर की तासीर नहीं है। यहां ये कृत्य स्वीकार्य नहीं। मैं सभी अपने जोधपुरवासी भाइयों -बहनों से कहना चाहता हूं कि हमें उकसावे में नहीं आना है। धार्मिक सौहार्द और शांति व्यवस्था बनाए रखना पुलिस और प्रशासन की जिम्मेदारी है। हमें शांत रहना है। हमारी पहली जिम्मेदारी जोधपुर में शांति बनाए रखना है।”

बता दें कि पूरे घटनाक्रम पर राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई जिसमें राज्य के डीजीपी भी शामिल हुए। उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि घटना क्यों घटी और घटी तो स्थिति काबू में क्यों नहीं की गई? जालोरी गेट के पास कल रात पथराव के बाद स्थिति को काबू में कर लिया गया था। लेकिन आज सुबह फिर से पथराव की घटना हुई।