जयपुर के एक होटल में बीफ बेचने की अफवाह के बाद सील किए गए होटल के मालिक/मैनेजर ने आरोप लगाया कि हिरासत में लेने के बाद पुलिस उन्हें भीड़ के पास ले गई, ताकि गुस्साए लोगों को शांत किया जा सके। मैनेजर ने कहा कि उन्हें पुलिस की मौजूदगी में ही थप्पड़ मारे गए और उनसे मारपीट की गई। बता दें कि रविवार को अफवाह फैलाई गई कि जयपुर के सिंधी कैंप इलाके में स्थित होटल हयात रब्बानी में बीफ को बनाया और बेचा जा रहा है। इसके बाद पुलिस ने होटल मालिक और वहां काम करने वाले एक कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया था।

होटल के मालिक नईम रब्बानी ने सोमवार को अपने स्टाफ के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। रब्बानी ने कहा, “दादरी कांड होते-होते रह गए।” पुलिस ने बताया कि जो मीट जब्त किया गया था वह चिकन लगता है और इसे जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेज दिया गया है। हालांकि, घटना के कुछ घंटों बाद जयपुर के मेयर अशोक लाहोटी ने बीजेपी मीडिया सेल के व्हाट्सऐप ग्रुप पर एक मैसेज भेजा, जिसमें लिखा था कि गायों को बीफ खिलाने के कारण होटल सील किया गया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में रब्बानी ने कहा कि रविवार को होटल में स्टाफ के नौ लोगों के लिए स्पेशल चिकन बनाया जा रहा था। इस चिकन को भीड़ ने बीफ समझ लिया। होटल मालिक ने कहा कि उन्होंने कभी बीफ नहीं बेचा।

वहीं, राष्ट्रीय महिला गऊ रक्षक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल दीदी ने कहा कि उन्हें होटल में बीफ पार्टी करने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद करीब 150 कार्यकर्ता वहां इक्ट्ठा हो गए। उन्होंने कहा, “मुझे रविवार शाम कुछ लावारिस गायों के संबंध में एक फोन आया था, जिन्हें गाय पुनर्वास केंद्र भेजने के लिए मैं अपने कुछ कार्यकर्ताओं के साथ वहां पहुंची। हालांकि हमने वहां देखा कि होटल के पास कुछ युवक कूड़ा फेंक रहे हैं जो दिखने में बीफ जैसा था।” दीदी ने बताया कि स्थानीय लोग भी शिकायत कर रहे थे कि यहां हर हफ्ते बीफ पार्टी होती है। इसलिए हमें लगा कि यह बीफ है और हमने उन्हें पकड़ लिया।

होटल में क्लीनर के तौर पर काम करने वाले 19 साल के कासिम उन लोगों में से एक था जिन्हें गौ रक्षक दल ने पकड़ा। कासिम ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “होटल के पास ही कचरे का केंद्र है और हम चिकन मीट का अवशेष फेंक रहे थे जिस समय कुछ लोग आए और हमपर बीफ फेंकने का आरोप लगाने लगे। पीले कपड़े पहने एक महिला (कमल दीदी) ने मुझे प्रताड़ित किया और हमें होटल ले गए।” होटल में मैनेजर और रिशेप्शनिस्ट के तौर पर काम करने वाले वसीम अहमद ने कहा, “करीब तीन दर्जन लोग चार पुलिस वालों के साथ होटल आ गए और ‘नरेंद्र मोदी जिंदाबाद’ ‘हयात रब्बानी मुर्दाबाद’ व ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाने लगे।” पुलिस अहमद और कासिम को पकड़कर ले गए। लेकिन होटल के पास भीड़ बढ़ती देख अहमद को वापस होटल ले जाया गया। अहमद ने कहा, “वहां पुलिस की मौजूदगी में ही कमल दीदी और उनके समर्थकों ने मुझे पीटा।”