नोटबंदी के आदेश से अब तक देश के लोग प्रभावित हो रहे हैं। नोटबंदी के बाद से एटीएम और बैंकों के बाहर पैसे के लिए लोगों को लंबी-लंबी कतारें लग रही है। अब इसका असर विदेश से घूमने वाले सैलानियों पर भी पड़ने लगा है। फ्रांस और जर्मनी से राजस्थान के पुष्कर आए विदेशियों सैलानियों को नोटबंदी के चलते दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मोदी सरकार के आदेश के बाद उनके पास मौजूद सभी पैसे कागज के टुकड़ों के समान हो गए हैं। अब लोगों के पास वापस अपने देश जाने के लिए भी पैसे नहीं बचे हैं। इसके लिए सैलानियों के दो ग्रुप ने एक तरीका निकाला है। दिल्ली तक की एयर टिकट के लिए जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस के लोगों ने ब्रह्मा मंदिर और गउ घाट क्रॉसिंग पर शनिवार को शो किया।
एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया से आए टूरिस्ट जेडेन ने बताया कि हम 8 नवंबर को पुष्कर मेले में शामिल होने के लिए आए थे। उसी रात सरकार ने 500 और 1000 रुपए के नोटों को अमान्य घोषित कर दिया था। हमारे पास जो भी 100 और अन्य छोटे नोट थे वो खत्म हो गए। शो करने वाले विदेशियों के हाथों में तख्तियां है जिस पर लिखा है कि “आप हमारी मदद करें” और “मनी प्रॉब्लम”। ये लोग म्युजिकल उपकरण बजाते और स्टंट भी करते हैं। एक सैलानी ने बताया कि स्थानीय लोग हमारे प्रति बहुत दया की भावना रखते हैं। हम अब तक 2600 रुपए एकत्र कर चुके हैं।
जेडेन ने बताया कि अंतिम उपाय के रूप में हम स्थानीय लोगों से कुछ मदद लेकर सड़कों पर परफॉर्म कर रहे हैं। ताकि दिल्ली पहुंच सके और एंबेसी से अपने लिए मदद ले सके। उन्होंने बताया कि कोई भी 500 और 1000 रुपए के नोट लेने को तैयार नहीं है और एटीएम में पैसे नहीं है। गौरतलब है कि 8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए बड़े नोटों को अमान्य घोषित करने का ऐलान किया था।

