राजस्थान में एक बहुत ही चौंकाने वाला मामला देखने को मिला है जहां पर एक दवाई कंपनी पर आरोप लगा है कि दवाइयों का टेस्ट जानवरों के बजाए कथित तौर पर इंसानों पर किया जा रहा था। इस टेस्ट के कारण 21 लोग बीमार हो गए जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। एएनआई के अनुसार, विदेश की दवाई बनाने वाली एक कंपनी पर आरोप लगा है कि उसने जानवरों के बजाए इंसानों पर अपनी दवाई का टेस्ट किया है। इस टेस्ट में 21 लोग गंभीर रूप से बीमार हो गए जिन्हें जयपुर के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
एक पीड़ित ने एएनआई से बातचीत के दौरान कहा कि चुरु जिले स्थित उनके गांव बिदासर के रहने वाले 21 लोग अस्पताल में भर्ती हुई हैं। पीड़ित का आरोप है कि फार्मा कंपनी द्वारा उन्हें प्रस्ताव दिया गया था कि अगर वे यह दवाई लेंगे तो उन्हें प्रति दिन का 500 रुपए दिया जाएगा। उन लोगों ने दवाई ले ली जिसके कारण उनकी हालत बिगड़ गई। हालत बिगड़ने के बाद लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया और इस मामले की शिकायत की गई। वहीं इस मामले को राजस्थान के स्वास्थ्य विभाग ने बहुत ही गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं।
This is a very serious matter. I have instructed our Principal Secretary of Medical Health to investigate it. Strict action will be taken against those responsible: #Rajasthan Health minister Kali Charan Saraf pic.twitter.com/PHoLsD20Xc
— ANI (@ANI) April 21, 2018
इस मामले पर बात करते हुए राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री काली चरण सरफ ने कहा, “यह बहुत ही गंभीर मामला है। मैंने अपने मेडिकल हेल्थ के प्रिंसिपल सेक्रेटरी को निर्देश दे दिए हैं कि वे इस मामले की पूर्ण रूप से जांच करें। इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।” राजस्थान में इस तरह का मामले सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। इस प्रकार 500 रुपए के लिए किसी भी दवाई को अपने ऊपर इस्तेमाल लोगों को नहीं करना चाहिए, खासकर उन दवाइयों को जिन्हें बाजार में उतारने से पहले केवल टेस्ट किया जा रहा हो।