राजस्थान के सबसे बड़े राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर के छात्र संघ चुनाव में भाजपा और कांग्रेस समर्थित संगठनों के उम्मीदवारों के बीच कड़ा मुकाबला होगा। छात्र संघ चुनाव के लिए दोनों दलों के छात्र संगठन पूरी तरह से जोर-आजमाइश में लग गए हैं। कांग्रेस के एनएसयूआइ ने पिछले साल छात्र संघ पर कब्जा किया था। इस बार भाजपा समर्थित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत लगा दी है। राज्य के राजनीतिक दलों की निगाहें राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनावों पर लग गई हैं। मंगलवार को चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ ही गहमागहमी भी बढ़ गई। चुनाव में इस बार भी सत्ताधारी भाजपा समर्थित एबीवीपी और कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआइ के बीच ही मुकाबला होगा। चुनाव के लिए 31 अगस्त को मतदान होगा। उसी दिन मतों गिनती कर नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे।
एबीवीपी ने अध्यक्ष पद के लिए अखिलेश पारीक को उम्मीदवार घोषित किया है। छात्र संघ के अध्यक्ष पद के अलावा उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव पद के चुनाव होंगे। एबीवीपी के संगठन सचिव शंकर गोरा के अनुसार अन्य पदों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा जल्द कर दी जाएगी। दूसरी तरफ एनएसयूआइ ने भी उम्मीदवारों के चयन की कवायद तेज कर दी है। इस संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राकेश मीणा के अनुसार उम्मीदवारों का चयन आमराय से किया जाएगा। उम्मीदवारों के चयन के लिए संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी छात्रों की राय ले रहे हैं।
प्रदेश के राजनीतिक दल छात्र संघ चुनाव के जरिए युवाओं के मूड का आकलन करते हैं। भाजपा और कांग्रेस के नेता सीधे तौर पर तो इस चुनाव से दूर रहते हैं लेकिन अप्रत्यक्ष तौर पर पूरी तरह सक्रियता से अपने-अपने संगठनों की मदद भी करते हैं। इस चुनाव में भी उम्मीदवारों का चयन दोनों संगठन जातीय आधार पर करते हैं। छात्र संघ के चार पदों के लिए दोनों संगठन जातीय आधार पर अलग-अलग वर्गों से उम्मीदवारों का चयन कर सभी जातियों को साधने की कोशिश करते हैं। छात्र संघ चुनावों के कारण राजधानी की पुलिस ने विशेष इंतजाम भी किए हैं। पुलिस ने अतिरिक्त बलों की तैनातगी जयपुर शहर के सभी कालेजों के आसपास कर दी है। साथ ही छात्रों के बीच अराजक तत्त्वों की पहचान के लिए परिचय पत्र के आधार पर ही विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है।
विश्वविद्यालय छात्र संघ के चुनाव अधिकारी प्रो. विजय वीर सिंह ने बताया कि अधिसूचना जारी होने के साथ ही आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। सभी छात्रों को इसका पालन करने का निर्देश दिया गया है। इसकी अनदेखी करने वालों के खिलाफ विश्वविद्यालय प्रशासन कार्रवाई करेगा। लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के आधार पर ही चुनाव प्रक्रिया अपनाई जाएगी। विश्वविद्यालय प्रशासन की सख्ती के बावजूद छात्र नेता नियमों की खुलेआम धज्जियां भी उड़ा रहे हैं। जयपुर पुलिस का कहना है कि नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

