राजस्थान में चुनाव जीतने से पहले ही बीजेपी ने सुरेंद्र पाल टीटी को मंत्री बना दिया है। उनकी सीट पर चुनाव कुछ दिनों बाद होने वाला है, लेकिन उससे पहले ही उन्हें मंत्री पद देकर बीजेपी ने सभी को हैरत में डाल दिया है। असल में आज शनिवार को जब भजनलाल सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार हुआ, तब सुरेंद्र पाल टीटी को मंत्री पद की शपथ दिलवा दी गई। कांग्रेस ने तो दो टूक कह दिया है कि देश में आज से पहले कभी ऐसा नहीं हुआ है।
जानकारी के लिए बता दें कि सुरेंद्र पाल करणपुर सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं, अगले साल पांच जनवरी को इस सीट पर वोटिंग होनी है। असल में इसी सीट से पहले कांग्रेस के गुरमीत सिंह कूनर विधायक थे। लेकिन उनके निधन केबाद इस सीट पर चुनाव को टाल दिया गया था। अब पांच जनवरी को फिर चुनाव होने जा रहे हैं, लेकिन उससे पहले ही मंत्र पद के रूप में सुरेंद्र पाल की ताजपोशी कर दी गई है। बड़ी बात ये है कि पिछले चुनाव में तो बीजेपी के ही सुरेंद्र पाल सिंह को हार का सामना करना पड़ा था।
जानकारी के लिए बता दें कि 22 मंत्रियों ने शनिवार को शपथ ले ली थी। इनमें से 12 कैबिनेट और पांच राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और पांच राज्य मंत्री बनाए गए हैं। अगर राजस्थान में नई सरकार में शामिल किए गए मंत्रियों के नामों पर नजर डालेंगे तो यहां भी कई नए नाम दिखाई देते हैं। 22 मंत्रियों में से केवल पांच कैबिनेट मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर, मदन दिलावर और किरोड़ी लाल मीणा के साथ-साथ राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सुरेंद्र पाल सिंह टीटी और राज्य मंत्री ओटाराम देवासी ने राज्य में पिछली भाजपा सरकारों में मंत्रालय संभाले हैं।
एक खास बात इस लिस्ट में यह देखी जा सकती है कि नए मंत्रियो में कुमावत, पटेल, रावत, बिश्नोई और माली जैसी जातियां (जो मूल ओबीसी नहीं हैं) पर भाजपा ने ध्यान केन्द्रित किया है। शपथ लेने वाले 10 कैबिनेट मंत्रियों में से चार मंत्री जोराराम कुमावत, सुरेश रावत, केके विश्नोई, अविनाश गहलोत और जोगाराम पटेल ऐसी जातियों से हैं।