Rajasthan Sikar Accident: राजस्थान के सीकर जिले के फतेहपुर में 14 अप्रैल को दोपहर करीब 2.30 बजे एक भयानक सड़क हादसा हुआ। इस हादसे में हार्दिक बिंदल का पूरा परिवार ही उजड़ गया। मौसी और उनके बेटे की भी हादसे में जान चली गई। इस हादसे से करीब एक घंटे पहले हार्दिक ने अपनी ताई कमलेश से फोन पर बात की थी। हालांकि, किसको पता था कि अब वह दोबारा से बात नहीं कर पाएंगे।

हादसे में मृतक हार्दिक की ताई कमलेश ने कहा कि उसने हमे बताया था कि जीण माता और बालाजी के दर्शन हो गए हैं और अब वह जल्द ही घर के लिए रवाना होंगे। कमलेश बिलखते हुए एक ही बात को दोहरा रही थीं कि हार्दिक ने जल्दी आने की बात कही थी, लेकिन शायद खुदा को कुछ और ही मंजूर था। कुछ देर के बाद ही एक मनहूस खबर आ गई। हादसे की जानकारी मिलने के बाद परिवार के अन्य सदस्यों में गमगीन माहौल है। बता दें कि हार्दिक का मेरठ रोड पर एक रेस्टोरेंट और गारमेंट की दुकान थी।

बता दें कि हार्दिक के परिवार में शादी के बाद सीकर की जीण माता मंदिर में दर्शन करने के लिए जाने का रिवाज है। लेकिन हार्दिक और उसकी पत्नी शादी के आठ साल तक गठजोड़ा की रस्म निभाने के लिए नहीं जा सके थे। शनिवार को हार्दिक अपने परिवार और माधवपुरम के आरकेपुरम के रहने वाली मौसी नीलम और उनके बेटे आशुतोष के साथ सेंट्रो कार से निकले थे। जीण माता के दर्शन कर और सालासर बालाजी के दर्शन कर पूरा परिवार मेरठ लौट रहा था।

ट्रक में घुसी कार

जब वह सीकर जिले में फतेहपुर कोतवाली इलाके की आशीर्वाद पुलिया के पास पहुंचे तब ही उनकी कार आगे चल रहे ट्रक में घुस गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों गाड़ियों में आग लग गई। कार लॉक होने की वजह से पीछे बैठे लोग बाहर निकलने में कामयाब नहीं हो पाए और कार में सवार सभी लोग जिंदा जल गए। जब तक दमकल विभाग की गाड़ी पहुंचती तब तक काफी देर हो चुकी थी और सभी के शव बुरी तरह से जल गए। इनकी पहचान करना भी काफी मुश्किल हो गया।

ओवरटेक करने की कोशिश में हादसा

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कार ने सालासर पुलिया पर ट्रक को ओवरटेक करने का प्रयास किया। लेकिन सामने से दूसरी गाड़ी आ रही थी इसी वजह से कार को कंट्रोल करने की कोशिश में यह हादसा हो गया। गैस पाइप के फटने से गैसकिट सिलेंडर में तुरंत आग लग गई और देखते-देखते आग ने कार को अपनी चपेट में ले लिया। ट्रक में भरी कॉटन रोल से आग और दहक उठी। आसपास मौजूद लोगों ने भी कार सवारों को बचाने की भरसक कोशिश की लेकिन गेट लॉक होने की वजह से वे भी उनकी जिंदगियों को ना बचा सके। कुछ ही पल में आग ने सात जिंदगियों को लील लिया।