Rajasthan Politics: राजस्थान (Rajasthan) में सचिन पायलट (Sachin Pilot) की टीम का धैर्य खत्म होता हुआ दिखाई दे रहा है। राजस्थान में काफी समय से पायलट खेमा और गहलोत खेमे में जंग जारी है। राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) के एक मंत्री हेमाराम चौधरी (Hemaram Chaudhary) ने इस बात का दावा किया है कि राजस्थान में कांग्रेस सचिन पायलट (Sachin Pilot) की वजह से सत्ता में आई है। हेमाराम चौधरी को सचिन पायलट के करीबियों में गिना जाता है। मंत्री ने कहा, “पार्टी सचिन पायलट की वजह से राज्य में सत्ता में आ पाई, उनकी कड़ी मेहनत को देखते हुए पार्टी को चाहिए कि अब सचिन पायलट को जिम्मेदारी दे।”

सचिन पायलट (Sachin Pilot) के समर्थन में आए गहलोत के मंत्री

राजस्थान के बाड़मेर जिले की गुड़ामालानी विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक और गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी सचिन पायलट के पक्ष में खुलकर आ गए हैं। हेमाराम का कहना है कि अगर सचिन पायलट को राजस्थान का मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया तो आने वाले दिनों में राजस्थान में कांग्रेस को बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। उन्होंने 25 सितंबर के जयपुर के घटनाक्रम को याद दिलाते हुए कहा कि अभी तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है ये अच्छा संदेश नहीं है।

25 सितंबर को आलाकमान (Chief) के कहने पर हुई थी बैठक

गहलोत कैबिनेट के मंत्री का कहना है, ‘पार्टी में न्याय होना चाहिए पूरा देश 25 सितंबर की घटना से वाकिफ है। सरकार अनिश्चितता के दौर से गुजर रही है। इस मामले पर आलाकमान को फैसला लेना है, ये फैसला जब तक नहीं होता तब तक अनिश्चितता का माहौल बना रहेगा। मंत्री ने कहा कि आलाकमान के कहने पर ही 25 सितंबर को बैठक हुई थी तो अब आलाकमान इसपर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है?

50 सालों के राजनीतिक जीवन में ऐसी घटना नहीं देखीः Hemaram Chaudhary

गहलोत कैबिनेट के मंत्री ने कहा कि मैं पिछले 50 सालों से राजनीति में हूं लेकिन मैंने कोई ऐसी घटना नहीं देखी है। ये मेरे राजनीतिक करियर की सबसे बड़ी राजनीतिक घटना है जिसमें अब जांच का कोई विषय नहीं बचा है। सबकुछ सामने है तो फिर फैसला लेने में देरी किस बात की हो रही है। अगर हम 2023 के चुनाव जीतने की स्थिति में नहीं हैं तो हमें सत्ता में रहने का कोई अधिकार भी नहीं है।