राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पयलट के बीच जारी सियासी घमासान थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। सोमवार को सीएम गहलोत ने पयलट पर हमला बोला बोलते हुए उन्हें निकम्मा और नकारा बताया। इतना ही नहीं गहलोत ने कहा कि मैं बैंगन बेचने नहीं आया हूं मैं सीएम हूं।

गहलोत ने कहा कि सचिन पायलट ने कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है, जबकि उन्हें काफी कम उम्र में बहुत कुछ मिल गया था। गहलोत ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैं जानता था कि वो निकम्मा है, नकारा है, कोई काम नहीं करता है। लेकिन मैं यहाँ बैंगन बेचने नहीं आया हूँ, मुख्यमंत्री बनकर आया हूँ। हम नहीं चाहते थे कि दिल्ली में लगे कि राजस्थान में कल्चर लड़ाई-झगड़ा वाला है।” गहलोत ने कहा “एक छोटी खबर भी नहीं पढ़ी होगी किसी ने कि पायलट साहब को कांग्रेस प्रदेशा अध्यक्ष के पद से हटाना चाहिए। हम जानते थे कि वो कुछ काम नहीं कर रहा है खाली लोगों को लड़वा रहा है।”

गहलोत ने आगे कहा कि इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ होगा कि पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष ही अपनी पार्टी की सरकार को गिराने में लगा रहा हो। सीएम ने कहा “राजस्थान एक मात्र ऐसा राज्य होगा, जहां 7 साल से एक ही आदमी अध्यक्ष बना हुआ था और उसे बदलने की मांग नहीं की गई। न किसी सीनियर ने की न ही किसी जूनियर ने।”

गहलोत ने कहा कि मैंने पूरा मान-सम्मान दिया। लेकिन वह कांग्रेस की पींठ में छुरा घोंपकर चला गया। यह खेल राज्यसभा चुनाव से पहले 10 मार्च को होने वाला था। जब 2 बजे मानेसर के लिए गाड़ियां आ गई थी। उस षड्यंत्र को मैंने एक्सपोज किया और 10 दिनों तक अपने विधायकों को होटल में रखा। गहलोत ने भाजपा पर भी एक बार फिर हमला किया और बोले राजस्थान में सियासी उठापटक के पीछे पूरा खेल भाजपा का है। उन्होने कहा “सबको मालूम है, सियासी संकट के पीछे भाजपा का ही खेल है।”