सूरत में एक 11 साल की बच्‍ची से सामूहिक दुष्‍कर्म और उसकी हत्‍या के मुख्‍य आरोपी को राजस्‍थान से गिरफ्तार कर लिया गया है। राजस्‍थान पुलिस ने आरोपी हरसहाय गुज्‍जर को गुजरात पुलिस को सौंप दिया है। हरसहाय (28) सवाई माधोपुर के एक गांव का रहने वाला है। ‘एनडीटीवी’ के अनुसार, मोबाइल फोन के लोकेशन से पता लगाकर उसे शुक्रवार (20 अप्रैल) को दबोचा गया। राजस्‍थान पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि गुजरात पुलिस ने सूरत सामूहिक दुष्‍कर्म और हत्‍याकांड के मुख्‍य आरोपी के उनके इलाके में छुपे होने की जानकारी दी थी। पुलिस अधिकारी दीपक ओझा ने बताया कि हरसहाय को सुबह में गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस ने बताया‍ कि आरोपी मजदूरी करता है और उसकी शादी भी हो चुकी है। उसके दो बच्‍चे भी हैं। सूरत में बच्‍ची के साथ नृशंसता की घटना ऐसे वक्‍त सामने आई थी, जब उन्‍नाव और कठुआ सामूहिक दुष्‍कर्म कांड को लेकर हर तरफ विरोध हो रहा था।

बच्‍ची की शरीर पर पाए गए थे जख्‍म के 80 निशान: बच्‍ची के साथ की निर्मम‍ता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसके शरीर पर जख्‍म के एक-दो नहीं, बल्कि 80 निशान पाए गए थे। बच्‍ची का शव सूरत में एक स्‍टेडियम के पास सुनसान इलाके से बरामद किया गया था। पोस्‍टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ि‍ता को कैद रखा गया था और उसके साथ सामूहिक दुष्‍कर्म के साथ ही मारपीट भी की गई थी। उसकी हत्‍या गला घोट कर की गई थी। पुलिस को संदेह है कि किसी और जगह पर बच्‍ची की हत्‍या कर उसके शव को स्‍टेडियम के पास फेंक दिया गया था। पुलिस को हरसहाय से महत्‍वपूर्ण जानकारी मिलने की उम्‍मीद है।

अभी तक नहीं हो सकी है पहचान: पीड़ि‍ता के शव की पहचान अब तक सुनिश्चित नहीं हो सकी है। पुलिस ने पीड़िता का फोटो जारी कर पहचान करने की अपील की है। आंध्र प्रदेश के एक दंपती ने सामने आकर शव पर दावा ठोका था। दंपती ने बताया कि उनकी बेटी अक्‍टूबर में गुम हो गई थी और यह शव उसी का है। हालांकि, फिंगर प्रिंट और शारीरिक निशान से पहचान सुनिश्चित नहीं हो सकी है। अब इस मामले को निपटाने के लिए डीएनए जांच कराई जाएगी।