राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच कांग्रेस, केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर गहलोत सरकार को गिराने की साजिश रचने का आरोप लगा रही है। कांग्रेस के इस आरोप का आधार एक ऑडियो टेप है, जिसमें कथित तौर पर विधायकों की खरीद फरोख्त की बात कही जा रही है। कांग्रेस पार्टी केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के इस्तीफे की मांग कर रही हैं। द इंडियन एक्सप्रेस के वरिष्ठ पत्रकार लिज मैथ्यू ने शेखावत से इस पूरे मसले को लेकर बातचीत की।

बातचीत के दौरान शेखावत ने कहा कि “राजस्थान सरकार अल्पमत में है क्योंकि अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच गहरे मतभेद हैं। सरकार के गठन के बाद से अब तक पार्टी में मतभेद ही चल रहे हैं लेकिन वह हमेशा इस बात से इंकार करते हैं। गहलोत ने अपने एक बयान में कहा है कि उन्होंने बीते 18 महीने से सचिन पायलट से बात नहीं की है। वहीं वह हम पर आरोप लगा रहे हैं। उन दोनों के बीच बात नहीं हुई उसके लिए हम जिम्मेदार कैसे हो सकते हैं?”

जब शेखावत से पूछा गया कि वह गहलोत सरकार को गिराने की साजिश रचने का आरोप वसुंधरा राजे, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया पर नहीं लग रहा है, तो फिर कांग्रेस द्वारा आपको ही निशाना क्यों बनाया जा रहा है? इसके जवाब में शेखावत ने कहा कि “ये तो कांग्रेस ही बेहतर बता सकती है लेकिन जहां तक मैं समझता हूं शुरू में मुझे लगा कि वह मेरे कंधे पर बंदूक रखकर सचिन पायलट पर निशाना साध रहे हैं लेकिन अब मुझे एहसास हुआ है कि वह एक निशाने से दो शिकार करना चाहते हैं। दरअसल वह सचिन पायलट का राजनीतिक करियर खत्म और मुझे बदनाम करना चाहते हैं।”

राजस्थान में जारी सियासी संकट पर शेखावत ने कहा कि यह एक सोची समझी रणनीति के तहत किया जा रहा है और इस कहानी के निर्माता और निर्देशक अशोक गहलोत हैं। उन्होंने इस कहानी का क्लाइमैक्स भी पहले से ही सोच के रखा है। बीते कुछ दिनों के घटनाक्रम को देखकर पता चलता है कि गहलोत, पायलट को वापसी पर गले लगाने की बात कह रहे हैं लेकिन जब ऐसी खबरें आती हैं कि कांग्रेस आलाकमान सचिन पायलट की वापसी के लिए उनके संपर्क में है तो गहलोत इससे चिड़ भी जाते हैं।

ऑडियो टेप मामले में शेखावत ने कहा कि वह अपनी आवाज के नमूने देने के लिए तैयार हैं लेकिन पहले टेप की सच्चाई का पता लगना चाहिए। अगर वह (कांग्रेस) टेप के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं तो मेरी आवाज के नमूने के साथ भी छेड़छाड़ कर सकते हैं?