राजस्थान सरकार ने ‘महंगाई राहत कैंप’ के बीच एक बार फिर राज्य में बिजली की दर बढ़ाकर 45 पैसे प्रति यूनिट कर दी है। मार्च में इसमें 30 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई थी। पिछले एक महीने में राजस्थान में बिजली 75 पैसे प्रति यूनिट महंगी हो गई है।

राजस्थान में बिजली की कीमतों में 45 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोत्तरी

राजस्थान में एक बार फिर बिजली कंपनियों ने बिजली उपभोक्ताओं को बड़ा झटका दिया है। बिजली की कीमतों में 45 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी कर दी गई है। फ्यूल सरचार्ज के तौर पर यह अतिरिक्त वसूली होगी। राजस्थान सरकार ने कहा कि कोयले और कोयले की सफाई की लागत अधिक होने के कारण बिजली बिल पर निर्धारित अधिभार बढ़ाया गया है।

राजस्थान डिस्कॉम्स के तहत आने वाली तीनों बिजली डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (JVVNL), अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (AVVNL) और जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (JDVVNL) प्रति यूनिट 45 पैसे की वसूली बिजली उपभोक्ताओं से बिलों में यह अतिरिक्त राशि जोड़कर करेंगे। हालांकि, केवल सरकार की ओर से निर्धारित 50 यूनिट प्रतिमाह फ्री बिजली का उपभोग करने वाले घरेलू उपभोक्ता और कृषि उपभोक्ताओं पर फ्यूल सरचार्ज राशि का प्रभाव नहीं पड़ेगा।

अप्रैल से जून 2022 के उपभोग पर वसूला जाएगा एक्सट्रा चार्ज

राजस्थान डिस्कॉम्स के प्रिंसिपल सेक्रेट्री एनर्जी और चेयरमैन डिस्कॉम्स भास्कर ए सावंत ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 की द्वितीय तिमाही जुलाई, 2022 से सितम्बर, 2022 के लिए विद्युत विनियामक आयोग (RERC) द्वारा निर्धारित गणना प्रक्रिया के अनुसार उपभोक्ताओं से वसूली योग्य फ्यूल सरचार्ज की राशि 45 पैसे प्रति यूनिट निर्धारित की गई है। यह राशि पिछली तिमाही अप्रैल 2022 से जून, 2022 के उपभोग पर वसूली जाएगी।

राजस्थान में बिजली की दरें पहले से ही देश में सबसे अधिक हैं। इन सबके बीच राजस्थान के लोगों को महंगाई से राहत दिलाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को जयपुर में ‘महंगाई राहत शिविर’ का उद्घाटन किया। शिविर राजस्थान विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले 30 जून तक राज्य के कुछ हिस्सों में आयोजित किया जाएगा। सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान कृषि बजट पेश करने वाला पहला राज्य है। किसानों को आज 2000 यूनिट मुफ्त बिजली मिल रही है।