अंक ज्योतिष को आधार बनाकर प्रत्याशियों की सूची बनाने वाली भारतीय जनता पार्टी में टिकट बंटते ही हंगामों का श्रीगणेश हो गया। राजस्थान में भाजपा अब तक दो सूचियों के मिलाकर 162 उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। पार्टी ने कई चुनाव जीत चुके अपने दिग्गजों को भी बाहर का रास्ता दिखाया है और दूसरे दलों से आए नेताओं को भी टिकट दिए हैं। इसी से नाराज कई नेताओं ने बगावत का झंडा बुलंद कर दिया है। धीरे-धीरे हालात बेकाबू होते जा रहे हैं।
कोई संघ को कोस रहा तो कोई झंडे फाड़ रहा
श्रीगंगानगर और बीकानेर जैसे इलाकों में पार्टी नेताओं की नाराजगी का आलम यह है कि भाजपा कार्यालयों में जमकर तोड़फोड़ की जा रही है। श्रीगंगानगर से जिला भाजपा उपाध्यक्ष प्रहलादराय टाक का टिकट कटते ही उनके समर्थक नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी के झंडे ही जला डाले। पाली जिले की जैतारण सीट से विधायक और वसुंधरा सरकार में मंत्री सुरेंद्र गोयल ने तो संघ का ही विरोध कर दिया। गोयल का कहना है कि उनका टिकट कटवाने में संघ के लोगों का ही हाथ है। उन्होंने पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ने का भी ऐलान किया है।
बगावत पर उतारू हुए ये दिग्गज
– सुरेंद्र गोयल, जैतारण विधायक और मंत्री
– राजकुमार रिणवा, रतनगढ़ विधायक और मंत्री
– किसनाराम नाई, श्रीडूंगरगढ़ विधायक
ये भी नाराज, कर सकते हैं बगावत
– धनसिंह रावत, बांसवाड़ा विधायक और पंचायतीराज राज्यमंत्री
– नवनीतलाल निनामा, घाटोल विधायक