राजस्थान के बाड़मेर जिले में जमीन विवाद के एक मामले में गिरफ्तार किए गए आरटीआई कार्यकर्ता की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई। बताया जा रहा है कि रविवार (6 अक्टूबर) को जमानत के लिए पेशी के दौरान आरटीआई एक्टिविस्ट की तबीयत बिगड़ गई थी। इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। एसपी शरद चौधरी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि इस मामले में पचपदरा थाना के सभी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। बता दें कि पिछले 10 महीने के दौरान राजस्थान के पुलिस थानों में कस्टडी के दौरान मौत का यह छठा मामला है।
शनिवार को हुआ था झगड़ा: बालोतरा के सीओ सुभाषचंद्र ने बताया कि आरटीआई एक्टिविस्ट जगदीश गोलियार का पुश्तैनी जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इसके चलते शनिवार (5 अक्टूबर) को दोनों पक्षों में झगड़ा हुआ था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जगदीश गोलियार (42) सहित दो अन्य को सीआरपीसी की धारा 151 के तहत गिरफ्तार कर लिया था। उन्होंने बताया कि झगड़े के दौरान गोलियार को शायद अंदरूनी चोटें लगी होंगी, जिसका पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद चलने की उम्मीद है।
जमानत के दौरान बिगड़ी तबीयत: सुभाष ने बताया कि रविवार को उन्हें जमानत के लिए तहसीलदार के सामने पेश किया गया था। इस दौरान तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान जगदीश की मौत हो गई।
जमानत प्रक्रिया शुरू होने से पहले बिगड़ी हालत: पुलिस के मुताबिक, जब तीनों लोगों को जमानत के लिए पचपदरा तहसीलदार के सामने पेश किया गया, तब जगदीश के अलावा बाकी दोनों की जमानत प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी। जगदीश की जमानत प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही उनकी तबीयत बिगड़ती चली गई। आननफानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
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पूरा थाना लाइन हाजिर: एसपी ने बताया कि शव का पोस्टमॉर्टम सोमवार (7 अक्टूबर) सुबह न्यायिक मैजिस्ट्रेट की निगरानी में मेडिकल बोर्ड द्वारा किया जाएगा। इस मामले में मृतक के परिजनों ने भूमि विवाद वाले विरोधी पक्ष के 8 लोगों के खिलाफ शिकायत दी है। मामले की जांच बालोतरा के क्षेत्राधिकारी करेंगे। एसपी ने बताया कि इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में थाने में तैनात सभी 10 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है।