राजस्थान विधानसभा में प्रतिपक्षी दल कांग्रेस ने शुक्रवार को सरकारी गोशाला में गायों की मौत पर जोरदार हंगामा किया। उसने गायों की मौत पर भाजपा सरकार की जमकर घेराबंदी की। इस दौरान हंगामा करने वाले कांग्रेस विधायकों को अध्यक्ष ने मार्शल के जरिए सदन से बाहर निकलवा दिया। प्रतिपक्ष के नेता रामेश्वर डूडी के साथ भी मार्शलों की धक्का मुक्की हुई। हंगामे के दौरान सदन की कार्यवाही दो बार रोकनी पड़ी। इसके बाद संसद से पारित जीएसटी विधेयक के संकल्प को आम राय से समर्थन देकर राजस्थान विधानसभा ने भी पास कर दिया।

राज्य विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेसी सदस्यों ने हिंगोनिया गौशाला में गायों की मौत पर सरकार से जवाब देने की मांग की। इस पर ही हंगामा शुरू हो गया। कांग्रेस के सदस्य सदन के बीचोंबीच आकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे और अध्यक्ष के आसन तक पहुंचने की कोशिश करने लगे। प्रतिपक्ष के नेता रामेश्वर डूडी ने गायों की मौत पर चर्चा कराने और सरकार से जवाब दिलाने की मांग की। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मौजूद थे। विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने इसकी इजाजत नहीं दी। उन्होंने कई बार सदस्यों से शांति बनाए रखने की अपील की। उनकी अपील का जब असर नहीं हुआ तो अध्यक्ष ने मार्शल को निर्देश देकर हंगामा करने वाले विधायकों को सदन से बाहर निकालने को कहा।

मार्शलों ने कई विधायकों को टांगाटोली कर सदन से बाहर निकाला। इससे सदन का माहौल खासा तनाव पूर्ण हो गया। हालत बिगडने पर अध्यक्ष मेघवाल ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। इसके बाद जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो प्रतिपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी के बीच अपनी मांग उठा दी और वैल में आ गए। अध्यक्ष ने विधायी कामकाज निपटाना शुरू कर दिया। संसद से पारित जीएसटी बिल के समर्थन का संकल्प भी सरकार की तरफ से पेश कर दिया गया। इस पर अध्यक्ष ने सदस्यों से अपनी बात भी रखवाई। इस पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और कई मंत्रियों ने भी अपने विचार रखें। इसके बाद इसे आम राय से पारित कर दिया गया।