पंजाब कांग्रेस में भले ही अब सियासी संकट कम हो गया हो लेकिन राजस्थान में पारा अब भी चढ़ा हुआ है। यहां अकसर सीएम गहलोत और पायलट गुट के बीच अनबन की खबरें सामने आती हैं। इसी बीच अब एक बार फिर कैबिनेट विस्तार की सुगबुगाहट तेज हो गई है। पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने दिल्ली पहुंचकर अजय माकन से मुलाकात की और इसके बाद माकन जयपुर पहुंच गए। जानकारी के मुताबिक दो दिन तक अजय माकन पार्टी के विधायकों और अन्य कुछ निर्दलीय विधायकों के साथ चर्चा करेंगे। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने यह जानकारी ट्वीट करके दी।

पंजाब के बाद अब कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व का ध्यान राजस्थान की तरफ है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि जल्द ही गहलोत कैबिनेट का विस्तार होगा। जानकारी के मुताबिक दिल्ली पहुंचे सचिन पायलट ने भी यही मांग रखी थी कि उनसे जो वादे किए गए हैं, उन्हें पूरा किया जाए।

माकन और AICC के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने शनिवार को अशोक गहलोत के साथ बैठक की थी। इसके बाद रविवार को जयपुर में दोबारा बैठक हुई। इसके बाद कैबिनेट विस्तार पर सहमति बनी। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार के मामले में कोई मतभेद नहीं है। मुख्यमंत्री से इस बारे में पूरी चर्चा हो गई है और आखिरी फैसला शीर्ष नेतृत्व पर है।

बता दें कि पिछले साल सचिन पायलट और उनके समर्थक 18 विधायकों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। 30 दिन के घमासान के बाद जब कांग्रेस हाई कमांड ने दखल दिया, तभी माहौल शांत हो पाया था।

118 विधायकों से मिलेंगे माकन
संभव है कि राजस्थान में अगस्त के पहले हफ्ते में कैबिनेट विस्तार किया जाए। दो दिनों में अजय माकन 118 विधायकों से मुलाकात करने वाले हैं। इसमें पायलट खेमे के 18 निर्दलीय विधायक भी शामिल होंगे। रायशुमारी के बाद अजय माकन दिल्ली वापस जाकर दोबारा सचिन पायलट से मुलाकात करेंगे।

गौरतलब है कि पायलट का गुट लंबे समय से मंत्रिमंडल और राजनीतिक नियुक्तियों की मांग कर रहा है। इसी मांग को सचिन पायलट ने एक बार फिर अजय माकन से दोहराया है। पंजाब को देखते हुए कांग्रेस नेतृत्व सचिन पायलट की बातों को गंभीरता से ले रहा है। ऐसे में कैबिनेट विस्तार के बाद राजनीतिक नियुक्तियां भी जल्द हो सकती हैं।