रेल मंत्रालय ने राजस्थान के प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर तक डायरेक्ट ट्रेन कनेक्टिविटी शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को लोकसभा को बताया कि राजस्थान के रींगस से खाटू तक सीधा रेल संपर्क प्रदान करने के लिए 254 करोड़ रुपये की लागत से 17 किलोमीटर लंबी एक नयी रेल लाइन परियोजना को मंजूरी दी गई है और इसके लिए भूमि अधिग्रहण का काम शुरू हो गया है। राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू कस्बे में ही खाटू श्याम का प्रसिद्ध मंदिर है।

अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में कहा, ‘‘खाटू श्याम जी के मंदिर जाने के लिए अभी मुख्य रेलवे स्टेशन रींगस है। वर्तमान में दिल्ली से रींगस के लिए आठ जोड़ी मेल/एक्सप्रेस ट्रेन सेवाएं उपलब्ध हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘खाटू तक सीधा रेल संपर्क प्रदान करने के लिए 254 करोड़ रुपये की लागत से रींगस-खाटू श्याम जी (17 किलोमीटर) नयी रेल लाइन परियोजना को मंजूरी दी गई है। साल 2025-26 के लिए 43 करोड़ रुपये का खर्च आवंटित किया गया है। भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू हो चुका है।’’

पिछले साल रींगस और दिल्ली के बीच लगभग 5 लाख यात्रियों ने किया सफर

रेल मंत्री वैष्णव के अनुसार 2024-25 और 2025-26 (जून 2025 तक) में रींगस और दिल्ली क्षेत्र के बीच क्रमशः कुल 4.98 लाख और 1.25 लाख लोगों ने आरक्षण कराकर सफर किया। मंत्री ने कहा, ‘‘इसके अलावा, 2024-25 और 2025-26 (जून 2025 तक) की अवधि के दौरान रींगस और दिल्ली क्षेत्र के बीच चलने वाली रेलगाड़ियों में सीट क्षमता से 100 प्रतिशत से अधिक लोगों से सफर किया।’’

अलवर रूट के सवाल पर रेल मंत्री ने बताया कि दिल्ली-अलवर नई रेलवे लाइन (सोहना, नूंह, फिरोजपुर झिरका मार्ग) को ट्रैफिक अनुमान कम होने के चलते आगे नहीं बढ़ाया गया। हालांकि, दिल्ली-अलवर पहले से ही रेवाड़ी मार्ग से जुड़ा है। अश्विनी वैष्णव ने बताया कि कोटा से जयपुर के बीच 29 ट्रेनें चल रही हैं। इसके अलावा, कोटा-रींगस के बीच 3 नियमित ट्रेनें और 3 विशेष ट्रेनें भी चलाई जा रही हैं।

(भाषा के इनपुट के साथ)