“हमें राहुल गांधी से मिलने से रोका गया। सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) ने हमारे दूसरे बेटे को बुलाया था। पूछा कि कौन-कौन कांग्रेस अध्यक्ष से मिलने जा रहा है। बेटे ने जब कहा कि मेरे माता-पिता जा रहे हैं, तब एसडीएम ने उनसे राहुल से मिलने के लिए मना कर दिया था।” ये दावा मंदसौर में रहने वाले अभिषेक पाटीदार के परिवार ने किया है, जिनकी मौत पिछले साल किसान आंदोलन के दौरान हो गई थी।
बुधवार (छह जून) को कांग्रेस अध्यक्ष मध्य प्रदेश के मंदसौर में थे। उन्होंने यहां किसान समृद्धि संकल्प रैली को संबोधित किया। यह कार्यक्रम मंदसौर के पीपलिया मंडी इलाके में आयोजित हुआ था। राहुल इस कार्यक्रम से पहले उन पीड़ित परिवारों से भी मिले थे, जिनके सदस्यों की जान बीते साल छह जून को हुए किसान आंदोलन के दौरान गोली कांड में चली गई थी।
मंदसौर में राहुल की रैलीः बोले- PM ने दिया किसानों को धोखा, इसलिए खदुकुशी को मजबूर
राहुल ने इस रैली में कहा, “पीएम ने किसानों को धोखा दिया है। उनकी सरकार ने देश के किसानों से झूठ बोला। वे इसी वजह से आज आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं। किसान, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की प्राथमिकता व दिल में नहीं हैं। उन्होंने किसानों से झूठ बोला, लेकिन हम ऐसा नहीं करेंगे। अगर हमारी मध्य प्रदेश में सरकार बनेगी, तो 10 दिनों में किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा।”

याद दिला दें कि किसानों के संगठन ने पिछले साल छह जून को मंदसौर में अपनी मांगों को लेकर आंदोलन किया था। प्रदर्शन और विरोध शांत करने के लिए राज्य की पुलिस सड़कों पर उतारी गई थी। नौबत फायरिंग तक पहंच गई थी, जिसमें कुल छह किसानों की जान चली गई थी। ऐसे में बुधवार को हुई राहुल की रैली ने कांग्रेस से किसानों को जोड़ने का प्रयास किया। किसान समृद्धि संकल्प रैली इस वजह से भी अहम मानी जा रही है, क्योंकि इसी साल राज्य में चुनाव होने हैं।
गोलीकांड के ठीक बाद राहुल को पिछली बार मंदसौर आने से रोका गया था, मगर इस बार उन्होंने अपनी रही कसर पूरी की। आंदोलन के दौरान मारे गए 17 वर्षीय अभिषेक की मां ने इससे पहले दावा किया था कि बेटा आंदोलन देखने गया था, मगर वह पुलिस फायरिंग का शिकार हो गया। भागते वक्त पुलिस ने उसे दूसरी गोली मारी थी, जिसके बाद मौके पर ही उसकी मौत हो गई थी।