बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को मिली हार के लिए लोग कांग्रेस को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। इस चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद शर्मनाक रहा। 70 सीटों में चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस मात्र 19 सीटें जीतने में सफल रही। कांग्रेस पार्टी के खराब प्रदर्शन के बीच उसके सहयोगी दल राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि महागठबंधन के लिये कांग्रेस बाधा बनी। टीवी चैनलों पर तिवारी का यह बयान प्रसारित होने के बाद राजद से उन्हें बाहर किये जाने की मांग उठने लगी है।
आरजेडी नेता ने बिहार विधानसभा चुनाव में करीबी लड़ाई में मिली हार का ठीकरा राहुल गांधी और कांग्रेस पर फोड़ा है। तिवारी ने कहा “जब बिहार में चुनाव अपने चरम पर था, तब राहुल गांधी प्रियंका गांधी के साथ शिमला में पिकनिक मना रहे थे। क्या पार्टी ऐसे चलती है? कांग्रेस जिस तरह से चुनाव लड़ रही है, उससे बीजेपी को ही फायदा पहुंचा रही है।” आरजेडी नेता ने कहा कि बिहार चुनाव में प्रियंका गांधी ने कोई रैली नहीं की और ऐसे लोगों को प्रचार के लिए भेजा गया, जिन्हें यहां के बारे में कुछ पता ही नहीं था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस बार के चुनाव में महागठबंधन के लिए घातक साबित हुई।
तिवारी ने कहा कि राहुल गांधी केवल तीन दिन के लिए बिहार आए और प्रियंका गांधी तो आई ही नहीं। आरजेडी नेता ने कहा कि बिहार चुनाव में प्रियंका गांधी ने कोई रैली नहीं की और ऐसे लोगों को प्रचार के लिए भेजा गया, जिन्हें यहां के बारे में कुछ पता ही नहीं था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस बार के चुनाव में महागठबंधन के लिए घातक साबित हुई।
कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि तिवारी राजद के आधिकारिक प्रवक्ता नहीं हैं और उनकी भाजपा एवं जदयू से मिलीभगत है तथा वह उन्हीं की भाषा बोल रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘तेजस्वी जी, राजद नेता शिवानंद तिवारी पर लगाम लगाएं। हमें राजद नेता का कांग्रेस और राहुल गांधी को लेकर गिरिराज सिंह और शहनवाज हुसैन जैसी भाषा बोलना स्वीकार नहीं।’’ मिश्रा ने कहा कि गठबंधन का एक धर्म होता है, जिसका पालन सभी पक्षों को करना चाहिए । वहीं, राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि शिवानंद तिवारी की टिप्पणी उनकी व्यक्तिगत राय है और उनका बयान पार्टी का बयान नहीं है ।
तिवारी ने एएनआई के हवाले से कहा “कांग्रेस महागठबंधन के पांव की ज़ंजीर बन चुकी है। कांग्रेस के 70 उम्मीदवार चुनाव लड़े और कांग्रेस ने 70 सभाएं भी नहीं की। अन्य प्रदेशों में भी कांग्रेस अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने पर जोर देती है लेकिन अधिक सीटों पर जीतने में असफल रहती है।”
आरजेडी नेता ने कहा कि कांग्रेस का जोर हमेशा ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने का रहता है। लेकिन जिस तरह वह चुनाव लड़ती है, उससे सहयोगियों को ही नुकसान पहुंचता है। कांग्रेस को अपनी इस रणनीति के विषय में विचार करना चाहिए। यह पहली बार है जब आरजेडी या महागठबंधन की तरफ से हार के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया गया है।
शिवानंद के बयान को लेकर बीजेपी ने भी राहुल गांधी पर तंज़ कसा है। केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा, “राहुल गांधी जी के बारे में बिहार में महागठबंधन के सहयोगी पार्टी RJD के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी कहते हैं कि राहुल गांधी नॉन सीरीयस पर्यटक राजनेता है। शिवानंद जी तो राहुल जी को ओबामा से ज़्यादा जानने लगे है। फिर भी कांग्रेस चुप क्यू ?”