Raebareli Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए यूपी की हॉट सीट रायबरेली से बीजेपी ने यूपी सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह को टिकट दिया है। इस सीट पर उनका मुकाबला कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से होगा। कांग्रेस पार्टी ने रायबरेली से राहुल गांधी के नाम का ऐलान नामांकन के आखिरी दिन 3 मई को किया।

2010 में पहली बार विधान परिषद सदस्य बने दिनेश प्रताप सिंह

योगी आदित्‍यनाथ मंत्रिमंडल में बतौर राज्‍यमंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) शामिल दिनेश प्रताप सिंह कांग्रेस से 2010 में पहली बार और 2016 में दूसरी बार विधान परिषद सदस्‍य बने थे। 2018 में उन्‍होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया।

रायबरेली लोकसभा सीट पर किस समुदाय के कितने मतदाता?

CastePopulation %
Buddhist0.02%
Christian0.11%
Jain0.01%
Muslim12.13%
SC30.3%
ST0.1%
Sikh0.07%

भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्‍हें रायबरेली से सोनिया गांधी के मुकाबले मैदान में उतारा था। दिनेश ने पूरे दमखम से चुनाव लड़ा। उनकी उम्‍मीदवारी की वजह से सोनिया गांधी के वोटों का ग्राफ काफी नीचे आया।

रायबरेली लोकसभा चुनाव 2019 का चुनाव परिणाम-

प्रत्याशीपार्टीकुल वोटवोट प्रतिशत
सोनिया गांधीकांग्रेस53491855.78%
दिनेश प्रताप सिंहभाजपा36774038.35%

2022 में तीसरी बार MLC बने

2022 में वह भाजपा के टिकट पर रिकॉर्ड मतों से जीतकर तीसरी बार एमएलसी बने हैं। अनजान से गांव गुनावर कमंगलपुर से निकला उनका परिवार रायबरेली में पंचवटी नाम के आवास में रहता है। पिछले करीब एक दशक से यह परिवार रायबरेली की राजनीति के केंद्र में है। दिनेश के अलावा उनके भाई और परिवार के अन्‍य सदस्‍य विधायक, ब्‍लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्‍यक्ष जैसे पदों पर रहे।

रायबरेली लोकसभा चुनाव 2014 का चुनाव परिणाम-

प्रत्याशीपार्टीकुल वोटवोट प्रतिशत
सोनिया गांधीकांग्रेस52643433.01%
अजय अग्रवालभाजपा17372110.89%
प्रवेश सिंहबसपा636333.99%

2022 के चुनाव में हरचंदपुर सीट से भाई और विधायक राकेश सिंह की हार के बाद उनके विरोधियों को लगा था कि राजनीति में पंचवटी का प्रभाव कुछ कम हो जाएगा लेकिन भाजपा ने पहले एमएलसी का टिकट देकर फिर योगी 2.0 सरकार में स्वतंत्र प्रभार का मंत्री बनाकर उन्‍हें रायबरेली के मैदान में गांधी परिवार के खिलाफ मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने का दोहरा इनाम दे दिया है।

बता दें, रायबरेली लोकसभा सीट से अभी तक कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। क्योंकि है वैसे तो कांग्रेस की तरफ से सोनिया गांधी रायबरेली सीट से चुनाव लड़ती थीं, लेकिन इस बार उन्होंने अपने स्वास्थ्य को हवाला देकर लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने की बात कही थी, जिसके बाद उन्होंने राजस्थान से राज्यसभा में प्रवेश किया था। इसके बाद सोनिया गांधी ने रायबरेली की जनता को एक भावुक पत्र लिखा था।

सोनिया के रायबरेली छोड़ने पर जानिए दिनेश ने क्या कहा था?

सोनिया गांधी द्वारा रायबरेली के लोगों को भावुक पत्र लिखने के बाद योगी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने भी रायबरेली को संबोधित पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने सोनिया गांधी पर रायबरेली की अनेदखी करने का आरोप लगाया था। दिनेश ने लिखा था कि अब चुनाव नजदीक आ रहे हैं तो रायबरेली के लोगों से जल्द मिलने का वादा किया जा रहा है।

दिनेश ने कहा था कि जो जनप्रतिनिधि चुनाव जीतने का बाद सर्टिफिकेट तक लेने नहीं आया। उसके जल्द मिलने के वादे के पीछे स्वार्थ छिपा हुआ है। एक बार फिर रायबरेली के लोगों को धोखा दिया गया है। 10 वर्षों में रायबरेली के लोगों से कभी न मिलने वाली सोनिया गांधी को आज रायबरेली के लोगों की याद आ रही है। दिनेश ने लिखा था कि एक बार फिर से गांधी परिवार ने रायबेरली को धोखा दिया।