किसी दक्षिणपंथी संगठन के नेता के कथित ईशनिंदक बयान के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान भीड़ ने बैसी थाने में तोड़फोड़ की और वहां खड़े कई वाहनों में आग लगा दी। पुलिस ने बताया कि पूर्व विधायक सईद रूक्नुद्दीन की अगुआई वाले अल्पसंख्यक संगठन इस्लामिक काउंसिल ऑफ इंडिया की स्थानीय इकाई ने कमलेश तिवारी की कथित अपमानजनक टिप्पणी के खिलाफ गुरुवार को जुलूस निकाला था। तिवारी किसी ऐसे दक्षिणपंथी संगठन का नेता बताया जाता है जिसका कोई खास नाम नहीं है।

पुलिस के मुताबिक प्रदर्शनकारियों के एक वर्ग ने बैसी थाने पर धावा बोल दिया। उसने वहां फर्नीचर व अन्य उपकरण तोड़ डाले और वहां खड़े कई वाहनों को फूंक दिया। पूर्णिया के जिलाधिकारी पंकज कुमार पाल के अनुसार इस हिंसा के सिलसिले में 500 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। स्थिति की समीक्षा के लिए बैसी थाने का दौरा करने वाले पाल ने कहा कि वीडियो फुटेज से इस घटना में शामिल लोगों का पता लगाया जा रहा है। जिलाधिकारी के अनुसार बैसी थाने और उसके आसपास के इलाके में कानून व्यवस्था नियंत्रण में है और एहतियात के तौर पर पुलिस तैनात है। उन्होंने बताया कि बैसी के उपसंभागीय अधिकारी को घटना की जांच करने को कहा गया है। वरिष्ठ अधिकारी मौके पर डेरा डाले हुए हैं।