कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने जिस महिला की तस्वीर ट्विटर पर शेयर करते हुए भगवंत मान (Bhagwant Mann) सरकार पर निशाना साधा था, पुलिस ने उस महिला को ‘डिप्रेशन का शिकार” बताया है। सिद्धू ने ट्विटर पर बरनाला जिले के धनौला में सड़क पर पड़ी एक महिला की तस्वीर शेयर की थी। साथ ही उन्होंने इसको लेकर सीएम भगवंत मान पर निशाना साधा था।
सिद्धू ने अपने ट्वीट में कहा था, “मान साहब (भगवंत मान) आज धनौला में हाईवे पर एक युवती के हाथ-पैर बंधे मिले जिसकी पिटाई की गई थी और खेमकरण में एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई। कानून का डर नहीं.. अगर ऐसी ही कानून-व्यवस्था की स्थिति बनी रही तो यहां कोई नहीं रहेगा।” कांग्रेस नेता ने सीएम मान पर निशाना साधते हुए कहा था कि विदेशियों को न्योता देने से पहले, यहां के 3 करोड़ पंजाबियों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
इस मामले पर बरनाला के पुलिस अधिकारी दर्पण अहलूवालिया ने शनिवार को बताया कि 33 वर्षीय महिला मानसा के बुढलाडा से बस से बरनाला के धनौला आई थी। उस महिला को कुछ किताबें और घरेलू सामान खरीदना था। पुलिस अधिकारी ने कहा कि पीरखाना रोड पर रात बिताने के लिए जगह नहीं मिलने के बाद, उसने अपने ‘दुपट्टे’ से खुद को ढक लिया और सड़क के किनारे लेट गई।
उन्होंने कहा कि शनिवार की सुबह वहां से गुजरने वाले कुछ राहगीर उसे धनौला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। पुलिस ने महिला की मां और भाई को इसकी सूचना दी और उनको स्वास्थ्य केंद्र बुलाया। दर्पण अहलूवालिया ने कहा, पुलिस को दिए एक बयान में महिला की मां ने कहा कि उसकी बेटी “डिप्रेशन” में थी।
पुलिस ने पैर बंधे होने के सिद्धू के दावे को खारिज किया
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के दावे के विपरीत पुलिस ने कहा कि महिला के पैर बंधे हुए नहीं थे। महिला की मां ने उसकी फोटो को सोशल मीडिया से हटाने की मांग की। पुलिस ने आगे बताया कि महिला को उसकी मां और उसके भाई के साथ घर भेज दिया गया।