पंजाब में एक महिला अधिकारी को कथित तौर पर अनुचित संदेश भेजने को लेकर राज्य के एक कैबिनेट मंत्री को बर्खास्त करने की विपक्ष की मांग के बाद मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बुधवार को कहा कि उनका मानना है कि इस मुद्दे का हल हो गया है। सीएम ने एक बयान में कहा कि उन्होंने इस विषय को बहुत ही गंभीरता से लिया और मंत्री को माफी मांगने कहा। मीडिया में आई खबर के खबर के मुताबिक, एक कैबिनेट मंत्री ने अधिकारी को संदेश भेजे थे और जब उस अधिकारी ने उन्हें चेतावनी दी, तब उन्होंने ऐसा करना बंद कर दिया था। महिला ने एक महीने पहले मंत्री द्वारा एक बार फिर से संदेश भेजे जाने के बाद उनके खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई थी।

इस्राइल के आधिकारिक दौरे पर गए सीएम अमरिंदर ने कहा, ‘‘ यह विषय कुछ हफ्ते पहले मेरे संज्ञान में लाया गया था और मैंने मंत्री को माफी मांगने और इसका महिला अधिकारी के साथ समाधान करने को कहा ।’’ उन्हें लगता है कि इस मामले का हल हो गया है।
शिअद और आप द्वारा मंत्री को बर्खास्त करने की मांग किए जाने के बाद अमरिंदर सिंह की यह प्रतिक्रिया आई है। शिअद प्रमुख सुखबीर बादल ने मुख्यमंत्री से अपने उस कैबिनेट सहकर्मी को बेनकाब करने को कहा है।

उन्होंने कहा कि यह हैरान करने वाला है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस विषय पर चुप हैं जबकि उन्हें शिकायत के बारे में कथित तौर पर अवगत कराया गया था।  बादल ने यहां एक बयान में कहा कि राहुल को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वह पंजाब के मुख्यमंत्री के साथ इस मामले को ढंकने के कार्य में शामिल हैं? शिअद नेता ने कहा कि महिला अधिकारी को एक औपचारिक शिकायत दर्ज कराने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।

सुखपाल सिंह खैरा के नेतृत्व वाले आप के बागी गुट के सदस्य एवं विधायक कंवर संधू ने कहा कि इस घटना की जांच होनी चाहिए और मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए।  यहां एक बयान में आप की महिला शाखा की प्रमुख राज लाली गिल ने अमरिंदर से मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।